प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट / केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया कि अभी करो ना कि के की बूस्टर डोज देने के लिए कोई विचार नहीं हुआ है. आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने गुरुवार को कहा कि जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की तरफ से बूस्टर डोज को लेकर कोई सुझाव नहीं आया है. अभी इस विषय पर वैज्ञानिक विमर्श की शुरुआत हुई है. अभी बच्चे हुए देशवासियों को टीका देने पर फोकस है. नीति आयोग के सदस्य बीके पौल ने कहा कि अभी बच्चों को टीका लगाने के बारे में कोई फैसला नहीं हुआ है. सरकार की पहली प्राथमिकता दोनों टीका देने की है. बीमारी से बचाव में टीका के दोनों डोज जरूरी है. अभी तक के अध्ययन में एंटीबॉडीज रोज घटने के कुछ संभावना ही दिखाई दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सभी विषयों पर नजर रखे हुए हैं.