प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट / एनआईटी पटना के निर्देशक प्रो.प्रदीप जैन ने बताया कि नए सत्र में हिंदी माध्यम से पढ़ाई का विकल्प तक के छात्रों के लिए खुला रहेगा. निदेशक ने कहा कि संस्थान में पढ़ाई करने वाले 70 से अधिक छात्र हिंदी पट्टी से होते हैं. अब छात्रों को भाषा के विकल्प को लेकर क्षेत्र का दबाव नहीं होगा. छात्र को अपनी पसंद का विकल्प चुनने के लिए अधिकार होगा. छात्र स्वतंत्र रहेंगे. एनआईटी के निदेशक प्रदीप जैन ने कहा कि हमारे शिक्षक दोनों भाषा में पढ़ाने के लिए तैयार हैं. नई शिक्षा नीति में इस तरह का प्रावधान किया गया है. हिंदी और अंग्रेजी के माध्यम से पढ़ने वाले छात्रों को अलग-अलग सेक्शन में बांट दिया जाएगा. इस निर्णय से छात्रों में सहजता होंगी. आने वाले दिनों में क्षेत्रीय भाषाओं के विकल्प पर विचार किया जाएगा. इस निर्णय से हिंदी भाषी छात्रों को सहजता होगी. आईआईटी बीएचयू की ओर से तकनीकी शब्दावली का अनुवाद किया जा रहा है. सभी विभाग अलग-अलग दिशा में काम कर रहे हैं. संस्थान की ओर से प्रोत्साहन स्वरूप अनुदान दिया जा रहा है.