सौरभ निगम की रिपोर्ट /अध्यक्ष नरेंद्र गिरी के आकस्मिक निधन के कारण देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज या कल पहुंचेंगे प्रयागराज. देश के प्रमुख संत औरराजनेताओं ने जताया दुख.प्रयागराज स्थित मठ बाघमबारी गद्दी के महंत और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव सोमवार को उनके बेडरूम में पंखे से लटकता मिला। पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। कमरे से सात पेज का एक हाथ से लिखा सूइसाइड नोट भी मिला है। जिसमें शिष्यों पर कई आरोप लगाए गए हैं। इनमें प्रमुख शिष्य आनंद गिरी का भी नाम है। नोट में मठ की संपत्ति को लेकर विवाद और आरोपों को कारण बताया गया है। केंद्रीय जहाज मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिंया ने कहा, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी जी महाराज के आकस्मिक निधन की खबर अत्यंत दुःखद है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं उनके अनुयायियों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करें. ज्योतिराज सिंधिया की फुआ की और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट करते हुए कहा, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरि जी महाराज का देवलोकगमन अध्यात्म जगत के लिए बड़ी क्षति है. उनका सम्पूर्ण जीवन समाजहित एवं सनातन परंपरा को विस्तारित करने के लिए समर्पित रहा. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें.बसपा की सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट किया, देश के प्रख्यात संत व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत श्री नरेन्द्र गिरि जी की मौत की खबर अति-दुःखद तथा जिस परिस्थिति में उनकी मौत की खबर है वह अति-चिन्तनीय. उनके अनुयाइयों के प्रति मेरी गहरी संवेदना. सरकार जन भावना व मामले की गंभीरता के अनुरूप संतोषजनक कार्रवाई करें.