कौशलेन्द्र पाराशर /अफगानिस्तान में हुई अमेरिकी किरकिरी के बीच क्वाड समूह की बैठक होने जा रही है. विदेश मंत्रालय के द्वारा प्रधानमंत्री के जाने की तैयारी को देखते हुए सारी तैयारियों को तेज कर दिया गया. अमेरिकी में भारतीय राजदूत अलर्ट हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान क्वाड समूह के नेताओं के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे तथा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन एवं समूह के अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. पीएम मोदी 24 सितंबर को वाशिंगटन में क्वाड समूह की बैठक में उपस्थित रहेंगे. इसके बाद 25 सितंबर को वो न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के एक उच्च स्तरीय खंड को भी संबोधित करेंगे.क्वाड समूह में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं. अमेरिका क्वाड समूह की बैठक कर रहा है जिसमें समूह के नेता हिस्सा लेंगे. इसके जरिये अमेरिका हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग और समूह के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने का मजबूत संकेत देना चाहता है. मार्च में अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्वाड देशों के नेताओं की पहली शिखर बैठक डिजिटल माध्यम से आयोजित की थी और लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर मुक्त एवं समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर प्रतिबद्धता प्रकट की थी. समझा जाता है कि इसका परोक्ष संदेश चीन को लेकर 16सितंबर को ही क्वाड को लेकर चीन के बयान के बारे में एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के हाल के उस बयान को उद्धृत किया जिसमें उन्होंने कहा था कि क्वाड टीके, आपूर्ति श्रृंखला, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन और कनेक्टिविटी जैसे मुद्दों पर केंद्रित है. बागची के अनुसार, विदेश मंत्री ने कहा था कि क्वाड मुक्त एवं समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र एवं अंतरराष्ट्रीय कानून के सम्मान का विचार रखता है.पूर्व में ऑस्ट्रेलिया पर भड़का था चीन, चीन ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की मेजबानी में आयोजित होने वाले आगामी क्वाड शिखर सम्मेलन को लेकर निशाना साधते हुए भी कहा है कि दूसरे देशों को लक्षित करने के लिए गुटबाजी काम नहीं आएगी.