कौशलेन्द्र पाराशर की विशेष रिपोर्ट / भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयर फोर्स वन से अपने दल बल के साथ अमेरिका रवाना. 25 सितंबर को करेंगे इन असेंबली को संबोधित. अमेरिकी राजदूत सहित कई अन्य गणमान्य मंत्री करेंगे प्रधानमंत्री के स्वागत.विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच कट्टरपंथ, चरमपंथ व सीमा पार से होने वाले आतंकवाद की रोकथाम के तरीकों पर भी वार्ता होगी. साथ ही भारत-अमेरिका वैश्विक साझेदारी का और अधिक विस्तार करने पर मुख्य रूप से चर्चा होगी. श्रृंगला ने बताया कि बाइडन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेता पहली बार एक दूसरे के आमने-सामने बैठ कर वार्ता करेंगे. उन्होंने 22 से 25 सितंबर तक प्रधानमंत्री मोदी के आधिकारिक दौरे का ब्योरा साझा करते हुए कहा कि इसमें द्विपक्षीय व निवेश संबंधों को प्रगाढ़ करने, रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग बढ़ाने तथा रणनीतिक महत्व की स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी को बढ़ावा देने पर दोनों नेताओं द्वारा जोर दिये जाने की उम्मीद है.प्रधानमंत्री मोदी आज अमेरिका रवाना हो गये और 26 सितंबर को भारत लौटेंगे. राष्ट्रपति बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के अलावा प्रधानमंत्री 24 सितंबर को ‘क्वाड ’ नेताओं की एक बैठक में शरीक होंगे और अगले दिन न्यूयार्क संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय आम बहस को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और अपने आस्ट्रेलियाई तथा जापानी समकक्षों के साथ भी वार्ता करेंगे. श्रृंगला ने कहा, ‘मोदी और बाइडन की द्विपक्षीय बैठक में अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम के बाद की मौजूदा क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति, पड़ोसी और अफगानिस्तान के दीर्घकालिक एवं प्राथमिकता वाले विकास साझेदार के तौर पर हमारे हितों पर भी चर्चा होगी. ’प्रधानमंत्री मोदी के साथ शिष्टमंडल में शामिल होंगे यह अधिकारी , इस संदर्भ में कट्टरपंथ, चरमपंथ, सीमा पार से आतंकवाद की रोकथाम करने तथा वैश्विकआतंकवादी नेटवर्क को नष्ट करने की जरूरत पर हम बेशक चर्चा करेंगे.विदेश सचिव ने कहा, ‘वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित बहुपक्षीय प्रणाली को विस्तारित करने पर भी चर्चा करेंगे. ’ उन्होंने कहा कि मोदी और बाइडन भारत और अमेरिका के बीच व्यापक रणनीतिक वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा करेंगे.प्रधानमंत्री के साथ शिष्टमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, श्रृंगला और वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहेंगे. प्रधानमंत्री अपने दौरे पर कई बड़े कारोबारियों से भी बातचीत करेंगे, जिसका लक्ष्य दोतरफा व्यापार एवं निवेश को बढ़ाना भी होगा.क्वाड की बैठक के बारे विदेशसचिव ने कहा कि इसमें मोदी, बाइडन और जापान व आस्ट्रेलिया के मोदी शरीक होंगे. उन्होंने कहा, ‘चारों देश क्षेत्रीय सुरक्षा, दक्षिण एशिया व हिंद प्रशांत क्षेत्र में उभरती चुनौतियों तथा कोविड- को रोकने के लिए साथ मिलकर काम करने पर अपने दृष्टिकोण साझा करेंगे.