निखिल दुबे -मनोज दुबे की रिपोर्ट /पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एक समारोह में कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि एक मुख्यमंत्री की सुरक्षा में 1000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात है, मुख्यमंत्री चन्नी ने सुरक्षाकर्मियों में भारी कटौती का ऐलान किया. साथ ही कहा कि इसकी जरूरत ज्यादा जनता और सेना को है. मैं सदा जीवन जीने पर भरोसा करता हूं. सरकारी विभागों में भी कामों को लेकर सीएम चन्नी सख्त नजर आ रहे हैं. मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद पहली ही बैठक में उन्होंने सरकारी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को सुबह 9 बजे दफ्तर पहुंचने के लिए कहा था.पंजाब के एक विश्वविद्यालय में संबोधन के दौरान सीएम चन्नी ने कहा कि अपने ही भाइयों से बचाने के लिए सेना की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ने कहा, ‘मैं आप में से एक हूं और मुझे अपने भाइयों से ही सुरक्षा देने के लिये जान के खतरे के जोखिम को खारिज करते हुए कहा कि वह एक ‘आम आदमी’ हैं और ‘पंजाबी के भाई हैं.’ चन्नी ने कहा कि कार्यभार संभालने के बाद उन्हें यह जानकार आश्चर्य हुआ कि उनकी सुरक्षा के लिए 1,000 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. इसे ‘सरकारी संसाधनों की सरासर बर्बादी’ करार देते हुए उन्होंने कहा कि ‘इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती, क्योंकि मेरे अपने पंजाबी मुझे क्या हानि पहुंचा सकते हैं, जबकि मैं भी उनकी तरह एक आम आदमी हूं.’चन्नी ने कहा कि वे विलासी जीवन जीने के शौकीन नहीं है. इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों से भी उनके काफिले में वाहनों की संख्या में कमी को सुनिश्चित करने के लिए कहा है. कुछ दिन पहले ही पंजाब की सियासत में महीनों से चली आ रही उथल-पुथल पर विराम लगा था. रविवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद पार्टी हाईकमान ने चन्नी को सीएम बनाने का फैसला किया था.