पटना । बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन की स्थाई समिति में अगले पाँच वर्षों के कार्यकाल के लिए, सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने, सम्मेलन की नियमावली के नियम १४ में प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए, प्रदेश के ११ विदुषियों और विद्वानों को सदस्य मनोनीत किया है। सम्मेलन अध्यक्ष द्वारा निर्गत अधिसूचना के अनुसार, पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद, चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की कुलपति न्यायमूर्ति मृदुला मिश्र, न्यायमूर्ति मांधाता सिंह, पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा एस एन पी सिन्हा, विश्वविद्यालय सेवा आयोग, बिहार के अध्यक्ष डा राजवर्द्धन आज़ाद, मंत्रिमण्डल सचिवालय विभाग में विशेष सचिव डा उपेन्द्रनाथ पाण्डेय,बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य इम्तियाज़ अहमद करीमी, महिला चरखा समिति की अध्यक्ष प्रो तारा सिन्हा, बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष विजय प्रकाश, प्रो राम भगवान सिंह तथा डा वंदना उपाध्याय के नाम सम्मिलित है।स्मरणीय है कि स्थाई समिति ही साहित्य सम्मेलन की सर्वोच्च समिति है और सम्मेलन से संबंधित सभी प्रमुख निर्णय इसी समिति में लिए जाते हैं। इस समिति में सम्मेलन के सभी संरक्षक सदस्य तथा आजीवन सदस्यों में से एक चौथाई निर्वाचित प्रतिनिधि सदस्य होते हैं। सम्मेलन अध्यक्ष अधिकतम ११ सदस्यों को इस समिति में स्व-विवेक से मनोनयन कर सकते हैं।