पटना, २९ सितम्बर। बिहार एजूकेशनल रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट संस्थान के तत्त्वावधान में, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ७१ वें जन्मोत्सव पर, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में, एक समारोह आयोजित कर बिहार के साहित्याकारों को ‘बिहार साहित्य गौरव सम्मान’ से विभूषित किया गया। उप मुख्यमंत्री ने लेखक अमरेन्द्र कुमार के कथा-संग्रह ‘समसामयिक कहानियाँ’ का लोकार्पण भी किया।समारोह का उद्घाटन करते हुए, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि साहित्यकार समाज के श्रेष्ट लोग होते हैं। आप जो लिखते हैं, उससे समाज बदलता है। इसीलिए साहित्यकार का स्थान समाज में ऊँचा है। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री के जन्मोत्सव के अवसर पर हम साहित्यकारों का सम्मान करते हुए, हमें गौरव की अनुभूति हो रही है। सम्मानोत्सव की अध्यक्षता करते हुए सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने प्रधानमंत्री को उनके जीवन की ७० पूर्ति पर बधाई दी तथा उनसे भारत के लिए एक ‘भेंट’ की माँग की। उन्होंने कहा कि इस माँगलिक अवसर पर, जो कि भारत की स्वतंत्रता के अमृत वर्ष में आयोजित हो रहा है, प्रधानमंत्री जी को चाहिए कि वो देश को ‘राष्ट्रभाषा’ का उपहार दें। यह अत्यंत दुर्भाग्य और अपमान का विषय है कि भारत की अपनी कोई’राष्ट्रभाषा’ नहीं है। जब हमारा ‘राष्ट्रीय पशु’ हो सकता है, हम ‘राष्ट्रीय पक्षी’ घोषित कर सकते हैं तो ‘राष्ट्रभाषा’ क्यों नहीं? संपूर्ण भारत की यह कामना है कि देश को स्वतंत्र कराने वाली और देश को एक सूत्र में जोड़ने वाली भाषा ‘हिन्दी’ को अविलम्ब भारत की ‘राष्ट्रभाषा’ घोषित की जाए।बिहार विधान परिषद के सदस्य संजय मयूख, सुरेश रुंगटा, राजेश वर्मा, अशोक भट्ट तथा पुस्तक के लेखक अमरेन्द्र कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उपमुख्यमंत्री ने, वंदन-वस्त्र, स्मृति-चिन्ह और प्रशस्ति-पत्र देकर, हिन्दी के सुख्यात विद्वान और सम्मेलन के प्रधानमंत्री डा शिव वंश पाण्डेय , वरिष्ठ कवि मृत्युंजय मिश्र ‘करुणेश’, डा शंकर प्रसाद , डा मधु वर्मा, डा कल्याणी कुसुम सिंह, डा भूपेन्द्र कलसी, बच्चा ठाकुर, पूनम आनंद,डा मेहता नगेंद्र सिंह, कवयित्री आराधना प्रसाद, डा मंगला रानी, पं गणेश झा, डा सुलक्ष्मी कुमारी, कुमार अनुपम, डा शलिनी पाण्डेय, डा अर्चना त्रिपाठी, सागरिका राय, सुनील कुमार दूबे, डा मनोज गोवर्द्धनपुरी, डा उमा शंकर सिंह, पंकज प्रियम, सुरेश रुंगटा, नीता सिन्हा, शमा कौसर ‘शमा’, डा विनय कुमार विष्णुपुरी तथा शिल्पी मित्रा को ‘बिहार साहित्य गौरव सम्मान’ से विभूषित किया।अतिथियों का स्वागत संस्थान के निदेशक एवं कार्यक्रम के संयोजक डा विनोद शर्मा ने किया। मंच का संचालन कृष्णा शगुन ने तथा धन्यवाद-ज्ञापन कृष्णरंजन सिंह ने किया। इस अवसर पर ओम् प्रकाश पाण्डेय ‘प्रकाश’, राज किशोर झा, शिवानंद गिरि, तलत परवीन, अर्चना सिन्हा, डा नागेश्वर यादव, जय प्रकाश पुजारी आदि प्रबुद्धजन उपस्थित थे।