निखिल भारद्वाज की रिपोर्ट / पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के समर्थक कांग्रेस नेतृत्व और सिद्धू को सबक सिखाने की ठान ली है. समर्थकों का कहना है कैप्टन का अपमान किसी कीमत पर नहीं सहेंगे. 15 दिनों में कैप्टन कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि उनका मकसद तीन नए कृषि कानूनों को रद्द कराना होगा. खबर है कि कई कांग्रेसी नेता पूर्व सीएम के संपर्क में हैं. इससे पहले उन्होंने राजधानी दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाक़ात की.कई कांग्रेस नेता कैप्टन के संपर्क में हैं.CM कैप्टन अपने समर्थकों के साथ आगे के कदम को लेकर चर्चा कर रहे हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि वे पंजाब में कुछ किसान नेताओं से भी मिल सकते हैं. अमरिंदर सिंह और गृहमंत्री शाह के बीच बुधवार को हुई मुलाकात के बाद अटकलें तेज हो गई थी कि पूर्व सीएमभारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं. हालांकि, अमरिंदर सिंह ने खुद ही इस बात से इनकार कर दिया था.अमित शाह से लंबी बैठक के बाद कैप्टन ने कहा था कि वे यहां गृहमंत्री के साथ कृषि कानूनों पर चर्चा करने आए थे. उन्होंने यह भी कहा था कि वे अब कांग्रेस पार्टी का हिस्सा नहीं हैं. सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद से ही कैप्टन कांग्रेस नेताओं और नवजोत सिंह सिद्धू पर हमलावर हैं. बुधवार को भी उन्होंने कहा कि वे सिद्धू को विधानसभा चुनाव में जीतने नहीं देंगे. अमरिंदर पार्टी बनाने के रास्ते पर हैं और पंजाब कांग्रेस के मौजूदा हालात को देखते हुए कुछ नेताओं के उनसे जुड़ने की उम्मीद है.’ उन्होंने कहा कि चुनाव बाद गठबंधन हो सकता है. कैप्टन की पार्टी 40 सीटें भी जीत जाती है, तो राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे.