जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना (औरंगाबाद), 04 अक्टूबर ::कायस्थ मिलन समारोह के पोस्टर-बैनर से पूरा औरंगाबाद शहर 03 अक्टूबर (रविवार) को पट गया था। बाईपास चौक से लेकर रमेश चौक तक और रमेश चौक से लेकर महाराणा प्रताप चौक तक, कर्मा रोड, न्यू एरिया, पुरानी जीटी रोड, सभी जगह पर कायस्थ मिलन समारोह के स्वागत बैनर और पोस्टर नजर आ रहे थे। इन पोस्टरों में जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन और प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद के स्वागत संबंधी नारे और स्लोगन लगाए गए थे।जीकेसी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी कमल किशोर ने बताया कि मिलन समारोह को लेकर औरंगाबाद जिले में खासा उत्साह देखा जा रहा है। सुदूर ग्रामीण इलाकों के भी चित्रांश परिजन उत्साह से मिलन समारोह में भाग लेने आए। उन्होंने ने बताया कि उत्साह का परिणाम है कि आज पूरा शहर पोस्टर-बैनर से पट गया है।कमल किशोर ने कहा कि ग्लोबल अध्यक्ष का औरंगाबाद आना औरंगाबाद के कायस्थ समुदाय को काफी प्रेरणा देगा और उत्साहवर्धन करेगा। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक सशक्तिकरण तथा नई दिल्ली में आगामी 19 दिसंबर को होने वाले विश्व कायस्थ महासम्मेलन की तैयारी को लेकर कर्मा रोड स्थित चित्रगुप्त सभागार में कायस्थ मिलन समारोह का आयोजन किया गया था।उक्त अवसर पर सम्मानित किए गए कोरोना वारियर औरंगाबाद। कायस्थ मिलन समारोह के मौके पर उन लोगों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने कोरोना वारियर के रूप में अपनी जान की परवाह न कर समाज को बचाने के लिए तथा मदद करने के लिए हर संभव कोशिश की। औरंगाबाद जिला कायस्थ महासभा ने भी लगातार पीड़ित मानवता की सेवा की कथा लॉकडाउन के दौरान प्रतिदिन गरीबों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया। इसके साथ ही मास्क, सैनिटाइजर वितरण, लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरूक करना, लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करना जैसे अभियान निरंतर चलाए गए। इन सफल अभियानों को देखते हुए जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद, प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने औरंगाबाद के कोरोना वारियर को प्रमाण पत्र, प्रशस्ति पत्र एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।सम्मानित होने वालों में वरिष्ठ पत्रकार संपादक कमल किशोर, अजय वर्मा, अजय कुमार श्रीवास्तव, राजू रंजन सिहा, राजेश सिन्हा, इंजीनियर ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ वैभव श्रीवास्तव, पत्रकार संपादक श्री राम अम्बष्ठ, दीपक बलजोरी, सूर्यकांत, अभय सिन्हा, मुकेश कुमार सिन्हा, डॉ शीला वर्मा, संजना किशोर, कामिनी वर्मा, निभा सिन्हा, पल्लवी प्रिया, बबीता सिन्हा, रश्मि सिन्हा और मधुसूदन प्रसाद, रवीन्द्र सिन्हा, महेन्द्र प्रसाद, अमीत कुमार, सलोनी अम्बष्ट, संजय सिन्हा, मनीष कुमार शामिल हैं। जीकेसी ने इनकी भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इन्होंने पीड़ित मानवता की सेवा करके समाज के समक्ष एक मिशाल कायम की है जो सबों के लिए अनुकरणीय है।कमल किशोर ने कहा कि हर दृष्टिकोण से औरंगाबाद में मिलन समारोह सफल रहा। उन्होंने कहा कि आज संपूर्ण कायस्थ समुदाय अपनी उपेक्षा महसूस कर रहा है। यह उपेक्षा राजनीतिक और आर्थिक सभी स्तरों पर महसूस की जा रही है और इसको लेकर कायस्थ समुदाय में आक्रोश है। देश की आजादी में अपना सब कुछ कुर्बान करने वाले इस समुदाय ने देश के नवनिर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लेकिन आज इस समाज को हर ओर से उपेक्षित किया जा रहा है। इस उपेक्षा की वजह से कायस्थ समाज में जो आक्रोश हैं उसे ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस ने स्वर दिया है और दिशा दी है। आज कायस्थ समुदाय एकजुट है और ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व में अपने सवालों को शिद्दत से उठा रहा है।उन्होंने कहा कि औरंगाबाद जिला मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन आगामी विश्व कायस्थ महासम्मेलन की तैयारियों की कड़ी था और इसको लेकर कायस्थ समुदाय में खासा उत्साह है। कायस्थ समाज ने औरंगाबाद में भी इस मिलन समारोह में एकत्रित होकर संगठित रहने और अपने राजनीतिक-सामाजिक आर्थिक अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया है। कार्यक्रम में शामिल होने वाले अतिथियों ने भी स्थानीय लोगों का उत्साहवर्द्धन किया है और इस प्रकार हर दृष्टिकोण से यह सम्मेलन सफल रहा है।