प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /बिहार दर्शन परिषद् के 43 वाँ वार्षिक अधिवेशन के आयोजन को लेकर वीर कुँवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के कुलपति प्रो. के. सी. सिन्हा की अध्यक्षता में नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना के कुलपति चैम्बर में परिषद् के पदाधिकारियों के साथ बैठक में 17-19 दिसम्बर 2021 तक अधिवेशन के आयोजन का निर्णय लिया गया, जिसका आयोजक सचिव दर्शनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. किस्मत कुमार सिंह होगें । 42 वें वार्षिक अधिवेशन बी . एन. मंडल विश्वविद्यालय ,मधेपुरा की कार्यकारिणी एवं आमसभा द्वारा दर्शनशास्त्र विभाग, वीर कुँवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के द्वारा दिए गए प्रस्ताव को 43वां अधिवेशन करवाने की मंजूरी मिली थी । त्रिदिवसीय अधिवेशन में बिहार तथा बिहार के बाहर से काफी संख्या में शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थीगण प्रतिभागी होगें । कुलपति प्रो. के. सी. सिन्हा ने अधिवेशन के सफल आयोजन हेतु पूर्ण सहयोग का अश्वासन दिया । इस अधिवेशन में कई व्याख्यान, संगोष्ठी एवं पाँच विभागों क्रमश: तत्वमीमांसा, धर्ममीमांसा, ज्ञानमीमांसा, समाज दर्शन एवं नीति दर्शन से संबंधित शोध पत्रों का वाचन होगा । विभिन्न विभागों में पढ़े जाने वाले उत्कृष्ट आलेखो पर जे. एन. ओझा स्मृति पुरस्कार, डॉ. विजय श्री स्मृति युवा पुरस्कार, प्रो. सोहनराज लक्ष्मीदेवी तातेड़ (जोधपुर, राजस्थान) सर्वश्रेष्ठ शोध पुरस्कार अधिवेशन के समापन सत्र में दिया जाएगा। अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में प्रो. सोहनराज लक्ष्मी देवी तातेड़ (जोधपुर) सर्वश्रेष्ठ पुस्तक पुरस्कार, रवीन्द्र शांति पुरस्कार, एवं प्रो मृत्युंजय सिंहा, पूर्व अध्यक्ष, दर्शनशास्त्र विभाग, बी. आर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर को लाइफ टाइम एचिवमेन्ट अवार्ड दिया जाएगा । इस अवसर पर बिहार दर्शन परिषद् के अध्य्क्ष प्रो. बी. एन ओझा, उपाध्यक्ष प्रो. पूनम सिंह, प्रो. शैलेश कुमार सिंह, महासचिव प्रो. श्यामल किशोर,संयुक्त सचिव प्रो किस्मत कुमार सिंह एवं प्रो. यशवंत कुमार मौजूद थे ।