जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना (कोलकाता), 26 अक्टूबर ::पश्चिम बंगाल जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कान्फ्रेन्स) की ओर से कोलकाता के बी बी गांगुली स्थित भारत सभा हॉल में 26 अक्टूबर (मंगलवार) को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। पश्चिम बंगाल इकाई के प्रदेश अध्यक्ष अशोक दास की अध्यक्षता में संपन्न हुई।प्रदेश उपाध्यक्ष एवं चित्रांश चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीए चन्द्र भानु सिन्हा ने सभा का संचालन किया। सीए सी० बी० सिन्हा ने कार्यक्रम संचालन के दौरान समाज के प्रति संगठन की मुख्य भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस समाज के हर प्रकार के लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेगी जिसमें प्रमुख रूप से इन्होंने व्यवसायी वर्ग के लोग, नौकरी पेशा से जुड़े लोग, स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा, कानून, कला एवं संस्कृति, महिला सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, समाज में शादी विवाह संबंधित दहेज के विरुद्ध जागरूकता एवं राजनैतिक हिस्सेदारी समेत अनेक बिन्दुओं पर प्रकाश डाला|कार्यक्रम में संगठन के ग्लोबल अध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद, प्रदेश अध्यक्ष श्री अशोक दास, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं चित्रांश चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज के उपाध्यक्ष सीए चन्द्र भानु सिन्हा, प्रदेश उपाध्यक्ष रंजीत कर्ण समेत संगठन के अन्य पदाधिकारी ने अपना- अपना बिचार रखा।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजीव रंजन ने कहा कि 19 दिसम्बर 2021 को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में विश्व कायस्थ महासम्मेलन आयोजित है, जिसमें शामिल होने के लिए आमंत्रण देने कोलकाता आए है। उन्होंने कहा कि कोलकाता एक ऐसी ऐतिहासिक जगह है जहाँ से कई संघर्षों की शुरुआत हुई। आज कायस्थ हासिए पर हैं, जिसको देखते हुए हमें जागने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संगठन का विस्तार दुनिया भर में हैं, और इसके विस्तार के लिए कार्यक्रम के माध्यम से समाज को एकत्रित किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज के लोगों के योगदान को याद करते हुए संगठित करना और अपने अस्तित्व को मजबूत कर अपने अधिकार की लड़ाई लड़ना है| इसके अलावा कई लोगों ने कार्यक्रम को संबोधित किया।प्रदेश अध्यक्ष अशोक दास ने अपन अध्यक्षीय भाषण में कहा कि कायस्थ समाज के पुरोधाओं ने देश के सामाजिक, राजनैतिक उत्थान के साथ आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका अदा की है| लेकिन आज कायस्थ समाज हासिए पर चला गया है, जिसे संगठित करते हुए मजबूत करने की जरूरत है।उक्त अवसर पर उपस्थित ग्लोबल कॉन्फ्रेंस के जिला अध्यक्षों एवं पदाधिकारियों ने भी अपनी बात रखी। इस कार्यक्रम में ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के पदाधिकारियों समेत समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे।