प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /गोपालगंज में जहरीली शराब कांड को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है। गोपालगंज जिले के मोहम्मदपुर में जहरीली शराबकांड मामले में पप्पू यादव के बाद अब एलजेपी ( रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान भी पहुंच गए हैं।इस दौरान पीड़ित परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दिया है। जहरीली शराबकांड में मरने वाले ज्यादातर लोग परिवार में इकलौते ही कमाने वाले लोग थे। उनके जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।मृतक के परिजनों का आरोप है कि शराबबंदी के बाद भी मोहमदपुर में खुलेआम शराब की बिक्री होती थी। इलाके के लोगों के द्वारा कई बार शिकायत भी की गई थी। बावजूद इसके पुलिस द्वारा समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की गई। जहरीली शराब से इतनी मौतों के बाद पुलिस के द्वारा छापामारी की जा रही है और लोगों की गिरफ्तारी की जा रहा है। वहीँ परिजनों का सवाल है कि पुलिस शराब से मौत की घटना से पहले कहां थी। पीड़ित परिजनों से बात के दौरान ही चिराग पासवान ने सरकार से मांग की है की सभी मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए और साथ ही प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी देने की मांग की है। परिजनों से मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। चिराग ने कहा कि जब बिहार में शराबबंदी है। तब मोहम्मदपुर में और आसपास के गांव में शराब कैसे बिक रही थी। इस शराब के पीने से जिन लोगों की मौत हुई है। उनके ही परिजनों पर मुकदमा कर उन्हें फंसाया जा रहा है। यह गलत है। सरकार की नाकामियों की वजह से बिहार में खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है। शराब की होम डिलीवरी हो रही है। इसके लिए नीतीश सरकार जिम्मेदार है। चिराग पासवान ने मृतक के आश्रितों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा और प्रत्येक परिवार में एक एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की है।उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी की वजह से गरीब और दलित लोगों की मौत हो रही है। इसके लिए सरकार जिम्मेदार है। सरकार 25 लाख रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी दे। उन्होंने कहा कि शराब कांड में अब तक किसी भी अधिकारी को दोषी साबित नहीं किया गया है।