प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर श्रद्धांजलि दी और उनको याद करते हुए कहा कि वे सिर्फ एक व्यक्ति नहीं एक परंपरा हैं। वे आज़ादी की लड़ाई का एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं। जिस वक्त महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ मानवता की आवाज बन रहे थे उस वक़्त भारत में धरती आबा बिरसा मुंडा ग़ुलामी के खिलाफ एक अध्याय लिख चुके थे.पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारीवाजपेयी की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही आज झारखंड अस्तित्व में आया है। उन्होंने ही जनजातीय मामलों का अलग मंत्रालय बनाया था और जनजातीय हितों को राष्ट्र की नीतियों से जोड़ा था। झारखंड का इतिहास आदिवासी परंपराओं और उनकी वीरगाथाओं से भरा पड़ा है। आदिवासियों के भगवान कहे जाने वाले धरती आबा और आजादी के महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती भी 15 नवंबर को मनाई जाती है इसलिए आज के दिन एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए उनकी जयंती को अब पूरा देश ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाएगा। इसलिए इस महत्वपूर्ण अवसर पर जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी म्यूजियम देशवासियों को समर्पित है। पीएम मोदी ने इसमें आगे जोड़ा कि जो भूमि उनके तप, त्याग की साक्षी बनी हो वो हमारे लिए पवित्र तीर्थ है। बहुत जल्द 9 अन्य राज्यों में भी आदिवासी म्यूजियम की स्थापना की जाएगी।