पटना, १९ नवम्बर। सरोवर साहित्य परिषद, पटना के तत्त्वावधान में अंग विभूति कपिल सिंह मुनि की जयंती पर गुरुवार को, न्यू माइका कौलोनी स्थित सविता सदन में ‘अंगिका महोत्सव’ मनाया गया। परिषद के अध्यक्ष डा आर प्रवेश की अध्यक्षता में आयोजित इस उत्साव का उद्घाटन, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने किया।अपने उद्घाटन उदबोधन में डा सुलभ ने कहा कि मुनि जी सर्वतोभावेन लोक-कल्याण की भावना से कार्य कारने वाले एक समर्पित राष्ट्रभक्त साधु-पूरुष थे। उन्होंने न केवल स्वतंत्रता-आंदोलन में भाग लिया अपितु जीवन-पर्यन्त समाज की सेवा की। वे अंगिका और हिन्दी के घोर पक्षधर थे। उन्होंने एक साधु की भाँति अपना जीवन जिया।समारोह के मुख्य अतिथि और ‘नया भाषा भारती संवाद’ के प्रधान संपादक नृपेंद्र नाथ गुप्त ने भी मुनि जी को एक विनम्र त्यागी के रूप में स्मरण किया और कहा कि यद्यपि कि मुनि जी ने साहित्यिक अवदान नाहिं दिया किंतु अंगिका के प्रति उनकी निष्ठा देखते ही बनती थी। इस अवसर पर साहित्य की मूल्यवान सेवा देने वाले साहित्यकारों को अंग विभूति कपिल सिंह मुनि स्मृति सम्मान से विभूषित किया गया। सम्मान ग्रहण करने वालों में, वरिष्ठ कवि बच्चा ठाकुर, ओम् प्रकाश पाण्डेय ‘प्रकाश’, डा कैलाश ठाकुर, डा जय प्रकाश पुजारी, घमण्डी राम, डा अर्चना त्रिपाठी, डा बी एन विश्वकर्मा, अर्जुन सिंह, अनिल कुमार सुमन तथा विनोद सिंह के नाम सम्मिलित हैं।महोत्सव में बहु भाषा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें उपरोक्त कवियों ने अंगिका, भोजपुरी, मैथिली और हिन्दी में गीत-ग़ज़लों का मुग्धकारी पाठ किया। अतिथियों का स्वागत कुंज बिहारी सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन शक्ति सिंह ने किया। मंच का संचालन कवि ओम् प्रकाश पाण्डेय ‘प्रकाश’ ने किया।