प्रिया सिन्हा की विशेष रिपोर्ट /जागरूक जनता पार्टी बेरोजगारी अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक दिवसीय धरना का आयोजन की है बिहार में चुनाव के समय वर्तमान सरकार ने वादा किया था 20 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने की बात थी लेकिन 1 वर्ष बीत गए एक लाख लोगों को सरकारी नौकरी नहीं मिली सरकार नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में चल रही है इन्होंने बिहार को पलायन मुक्त बनाने का वादा किया था कोविड-19 महामारी में प्रदेश से आए हुए मजदूरों को यहीं पर नौकरी देने की बात थी जो हर तरीके से ढाक के तीन पात साबित हुए यानी कि इनकी सभी बातें उल्टा हो गई इन्होंने सिर्फ कहा किया नहीं लोगों को रोजगार देने के लिए बंद पड़ी बहुत सारी कर खाना चाहे वह शुगर मिल हो स्टील प्लांट हो या डालमियानगर के कल कारखाने या बहुत सारे भागलपुर और दरभंगा में टेक्सटाइल है इसके साथ साथ अभी तक सरकार के माध्यम से कोई नए कल कारखाने की स्थापना नहीं की गई जो कमाने की व्यवस्था थी मजदूरों के लिए उसको भी निजी हाथों में दिया गया सरकारी नौकरियां भी अब निजी कंपनियों के हाथ में जाने लगी निजी उद्यमियों को कम पूंजी वाले उद्योग धंधा स्थापित करने वाले उद्यमी प्रचार प्रसार और अच्छे मार्केटिंग के अभाव में नए ब्रांड के चलते मार्केट में अपनी अस्थान नहीं बना पा रहे हैं कारपोरेट का कंपटीशन नहीं कर पा रहे हैं इस पर भी सरकार ने कोई नई नीति कोई काउंसिल कोई वोट कोई मार्केटिंग हब ऐसी कोई व्यवस्था नहीं बना पाई जब सरकार ने कुछ किया ही नहीं मजदूरों को मजदूरी देने के लिए काम धंधा प्राइवेट में भी देने के लिए निजी कंपनियों मैं भी देने के लिए तो पलायन रुकेगा कैसे महंगाई चरम सीमा पर है अपराध परचम लहरा रहे हैं किसान और आम इंसान किस तरीका से जीवन जीने पर मजबूर हैं आर्थिक संकट के इस दौर में बिहार सरकार ने कहने के लिए बहुत सारी योजनाएं लाई है लेकिन इस योजना से बिहार की जनता लाभ हानि कैसे होगी स्किल डेवलपमेंट का कोर्स करा कर जिस तरीके से कुछ मुट्ठी भर लोगों को कमाने की व्यवस्था बनाई गई यानी कि मुट्ठी भर का मतलब यह हुआ कि सिर्फ और सिर्फ इंस्टिट्यूट चलाने वाले लोगों को फायदा हुआ उसमें ट्रेनिंग लेने वाले लोगों को कोई बेनिफिट नहीं हुआ उनको कोई रोजगार नहीं मिला इसी तरीका से जो सब्सिडी का लोन दे कर के 1000000 रूपया का उद्यमी रोजगार योजना का लाभ देने की जो प्रावधान है इससे उनका विकास कैसे होगा क्योंकि उनकी भी पूंजी कम है मार्केटिंग नहीं हो पाएगा ब्रांड इस्टैबलिश्ड नहीं हो पाएगा जब बाजार में ब्रांड स्थापित नहीं होगा नाम स्थापित नहीं होगा स्वाभाविक बात है उद्योग धंधा नहीं चलेगा सरकार किसानों को सही समय पर खाद बीज उपलब्ध नहीं पानी की व्यवस्था नहीं सुविधा संसाधन नहीं और सही समय पर उसके उत्पाद लेने की व्यवस्था नहीं किसान आर्थिक संकट में जी रहे हैं कमाई के अभाव में आम इंसान आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है अपराध की गति बढ़ रहे हैं लूट हत्या बढ़ रहा है सरकारी दफ्तर में सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार है नए सर्वे के मुताबिक बिहार की पुलिस भ्रष्टाचार में सबसे आगे हैं कानून व्यवस्था लचर है एक धंधा फल-फूल रहा है धंधा का नाम है ए स्मगलर ई गाड़ी की चोरी अपराध हत्या की इंडस्ट्री यह सब बिहार सरकार से वास्तव में संभल नहीं रहा है अगर ऐसा रहता तो बिहार विकसित विहार बना होता कहने के लिए तो हम बिहारी लोग विश्व विश्व में हम अपनी परचम लहरा चुके हैं लेकिन अव्यवस्था के कारण वोट बिहार में देते हैं रोजगार के लिए दूसरे प्रदेश में जाना मजबूरी होती है हम वोट देंगे बिहार में नौकरी चाहिए बिहार में हम वोट देंगे बिहार में शिक्षा चाहिए बिहार में सरकार इसकी व्यवस्था करें इसी मांग को लेकर जागरूक जनता पार्टी ने यह धरना रखा है इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जागरूक जनता पार्टी डॉ मिथिलेश चौबे ने बिहार सरकार को घेरते हुए कहा बिहार में बहार का मतलब क्या है भ्रष्टाचार लूट अपहरण बदहाली बेरोजगारी शिक्षा के लिए पलायन रोजगार के लिए पलायन न्याय के लिए भेदभाव नीतीश कुमार को जितना मौका मिला यह पूर्वर्ती सरकार की देन है यह डर की राजनीति कब तक चलेगी कब तक डरा डरा कर बिहारियों को पीछे धकेल ते रहेंगे रोजी रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में जाने के लिए मजबूर करते रहेंगे दुसरे प्रदेश में लात जूता डंडा से कब तक बिहारी पीटाते रहेगा अपने सम्मान बचाते रहेगा शर्म आनी चाहिए बिहार सरकार को शर्म आनी चाहिए नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए चुने हुए सभी जनप्रतिनिधियों को जो अभी सत्ता की चासनी मे डूबे हुए हैं नीतीश कुमार की लिखतम बकतम करतम तीनों अलग-अलग है बिहार सरकार बिहार में नए उद्योग पतियों की स्थान नहीं दे पाई कोई इंडस्ट्री बिहार नहीं ले आई क्या कारण है सरकार के माध्यम से युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई कल कारखाने उद्योग धंधा स्थापित नहीं किए गए क्या कारण है रोजगार के अभाव में विकास का परिकल्पना करना मूर्खता है बिहार सरकार को माननीय मुख्यमंत्री जी को इस पर विशेष ध्यान देकर के रोजगार सृजन के उद्देश्य से काम करना चाहिए और उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए एक सरकारी मार्केटिंग की काउंसिल बनानी चाहिए ताकि छोटे-छोटे उद्योग धंधा को बढ़ावा मिल सके उनकी सही और उचित मार्केटिंग हो सके सामान्य शिक्षा लागू होनी चाहिए और सभी तरीके की पढ़ाई बिहार में उपलब्ध होनी चाहिए यह मांग डॉ मिथिलेश चौबे जागरूक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को अपने इस धरना स्थल से संबोधन में कहा और मांग किया इस अवसर पर प्रदेश संयोयक आलोक कुमार प्रदेश अध्यक्ष शिकन्दर कुमार भोजपुरिया जन मोर्चा के अध्यक्ष भरत सिंह सहयोगी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ,संजय प्रसाद श्रीवास्तव रामनरेश सिंह,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामनाथ महतो राष्ट्रीय सचिव दीपक शर्मा विकास कुमार विजय राय आदित्य राज धीरेंद्र पांडेय हँसीम अंसारी अंजू कुमारी चांदनी कुमारी काजल सिंह शिवम ओझा अनिल कुमार मिश्रा रमाकांत ओझा आनिल कुमार सिंह रविकुमार साह अभिषेक चक्रवर्ती संदीप कुमार कन्हैया कुमार शातिष कुमार उमेश सिंह ऋतुराज कुमार अरुण कुमार इस कार्यक्रम को सवोधित किया सबने बिहार सरकार की विफलता को आड़े हाथ लेते हुए झूठे अवसर वादी ठगों की सरकार बताया इन्होंने सिर्फ बिहार की जनता को ही नहीं इनकी भविष्य को ठगने का काम किया जागरूक अधिवक्ता सेल के वरीय अधिवक्ता श्री सुनील कुमार जागरूक अधिवक्ता सेल के शैलेन्द्र कुमार वर्मा एवं जागरूक जनता पार्टी के फतुहा विधानसभा अध्यक्ष अनंत कुमार शर्मा एवं पटना साहिब विधानसभा अध्यक्ष कृष्णा शर्मा
इत्यादी गण्य मान्य लोग ने अपनी विचार रखा और सैकड़ों लोगों ने समर्थन किया कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ मिथिलेश चौबे ने किया संचालन आलोक कुमार और रामनरेश सिंह ने किया धन्यवाद ज्ञापन शिकन्दर कुमार ने किया.