कंसल्टिंग एडिटर-जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल किशोर ने बताया कि नई दिल्ली में होने वाला विश्व कायस्थ महासम्मेलन आजादी के बाद कायस्थ समाज का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा। आयोजन की सफलता के लिए जीकेसी ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद के नेतृत्व में देश के विभिन्न राज्यों और जिलों में लगातार दौरा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कायस्थ समाज के जनप्रतिनिधियों के अतिरिक्त सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, कला एवं क्रीड़ा जगत की हस्तियों ने इस आयोजन को अपना पुरजोर समर्थन दे रहा है और कायस्थ समाज के लोगों से इस कार्यक्रम की महती सफलता के लिए भरपूर सहयोग की अपील की है।जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने बताया कि कायस्थ समाज के पुरोधाओं ने देश के सामाजिक, राजनैतिक उत्थान के साथ, आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका अदा की है, लेकिन आज कायस्थ समाज हाशिये पर है, जिसे संगठित करते हुए मजबूत करने की पहल जरूरी है। कायस्थ जाति संगठित नही होने से अपने हक को सही तरीके से हासिल नही कर पा रहे है। इसके लिए हम सब को साथ आना होगा।जीकेसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बिहार-झारखंड प्रभारी दीपक कुमार अभिषेक ने बताया कि विश्व और देश पर कायस्थों द्वारा नेतृत्व करने का इतिहास किसी से छुपा नहीं है। जिसमें विश्व गुरू स्वामी विवेकानंद, स्वतंत्रता आन्दोलन के नायक सुभाष चन्द्र बोस, संपूर्ण क्रान्ति के लोकनायक जयप्रकाश नारायण, राजेन्द्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री सहित अन्य कई विभूतियाँ प्रमुख हैं। उन्होंने संसदीय व्यवस्था में कायस्थों का वर्चस्व और मजबूत संगठन कायम रखने के लिए 19 दिसंबर को महासम्मेलन में जोरदार भागीदारी की अपील की है।उक्त अवसर पर जीकेसी मीडिया-कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार, कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सचिव अनुराग समरूप, पटना जिला महासचिव धनंजय प्रसाद, प्रदेश उपाध्यक्ष नीलेश रंजन,नंदा कुमारी, प्रसून श्रीवास्तव, समेत कई अन्य गणमान्य लोगों ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये।