सोमा राजहंस की रिपोर्ट /कोविड के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन के लक्षण डेल्टा या डेल्टा प्लस वेरिएंट से अलग होते हैं। इसमें मरीज की न तो सुंघने की क्षमता कम होती और न ही स्वाद तंत्रिका प्रभावित होती है। हैदराबाद ब्लड डोनर्स सोसाइटी द्वारा इस बावत जारी एक ट्वीट पोस्ट में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को टैग करते हुए संक्रमण के बारे में अधिक से अधिक जारी प्रसारित करने लिए कहा है। हालांकि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर अभी तक किसी तरह की जानकारी जारी नहीं की है। इस बीच लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती छह कोविड मरीजों में दो को संभावित ओमिक्रॉन बताया जा रहा है। जिसकी रिपोर्ट अगले तीन दिन में आ जाएगी। हैदराबाद ब्लड डोनर्स सोसाइटी के अनुसार ओमिक्रॉन के लक्षण पूर्व में देखे गए डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट से अलग हो सकता है। जिन्हें पांच निम्न बातों से समझा जा सकता है। यह लक्षण दक्षिण अफ्रीका मेडिकल एसोसिएशन के चेयरपर्सन एंजिलिक्यू कॉटजी द्वारा किए गए हैं। ओमिक्रॉन मरीजों को गले में खराश के साथ हल्की चुभन हो सकती है। ऐसा अकसर जुखाम होने से पहले होता है। ओमिक्रॉन वायरस से संक्रमित मरीजों हर उम्र के मरीजों में अत्यधिक थकान, उर्जा की कमी रखती है। वायरस का प्रभाव होने पर युवा भी अधिक थकान का अनुभव करते हैं।संक्रमित मरीजों में ऑक्सीजन का स्तर कम नहीं होता है और न ही मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत होती है, जैसा कि दूसरी लहर के दौरान भारत में देखा गया था।ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों में स्वाद और गंध का अनुभव होना कम नहीं होता है। जैसा कि कोविड के अन्य स्टे्रन के मरीजों में पहले देखा जा चुका है।यह भी बताया गया कि ओमिक्रॉन के संक्रमण फैलाने की तीव्रता 15 मरीज है लेकिन यह संक्रमण इतना गंभीर नहीं होता है कि मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़े।