पटना, ५ दिसम्बर। विश्वविकलांग दिवस पर इंडियन इंस्टिच्युट औफ़ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च के तत्त्वावधान में आयोजित चार दिवसीय समारोह का रविवार को समापन हो गया। समापन-सह-सम्मान समारोह में,सुविख्यात नेत्र-दिव्यांग एवं बिहार नेत्रहीन परिषद के संस्थापक महासचिव डा नवल किशोर शर्मा सहित पाँच प्रेरणादायी दिव्यांगों को ‘दिव्यांग प्रेरणा पूरुष सम्मान से विभूषित किया गया। यह सम्मान पाने वाले अन्य व्यक्तियों में, बिहार विकालांग अधिकार मंच के अध्यक्ष डा सुनील कुमार, डिज़ेबुल्ड स्पोर्ट्स ऐंड वेलफ़ेयर ऐकेडमी के महासचिव और ख़तरनाक खेलों के लिए चर्चित रहे दिव्यांग सुमन कुमार रंजीत और राकेश कुमार सम्मिलित हैं। नेत्रहीन दिव्यांग महिला और श्रीकृष्ण महिला महाविद्यालय बेगूसराय में सहायक प्राध्यापक डा अलका रानी को ‘दव्यांग प्रेरणा शक्ति सम्मान’ से विभूषित किया गया।हेल्थ इंस्टिच्युट बेउर में, संस्थान के निदेशक-प्रमुख डा अनिल सुलभ की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह का उद्घाटन और दिव्यांगों का सम्मान पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद ने किया। न्यायमूर्ति ने संस्थान द्वारा आयोजित विशेष खेलकूद एवं कला-प्रतियोगिता में प्रथम तीन स्थान पानेवाले विशेष बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया। पुरस्कृत विशेष बच्चों में विशेष विद्यालय ‘ए न्यू होम’ के छात्र रोहित कुमार, पीयूष राज, आशीष राज, हर्षित कुमार, प्रतीक कुमार, प्रियांशी, ओजस तथा आर्मी आशा स्कूल, दानापुर के छात्र अनोखेलाल,गुलशन कुमार, आशू, शालिनी तथा मो जमाल अशरफ़ के नाम सम्मिलित हैं।इस अवसर पर, आशा स्कूल की प्रधानाचार्या कल्पना झा, डा संजीता रंजना, डा अजय कुमार मिश्र, डा नवनीत कुमार, चंद्रा आभा, मधुमाला कुमारी, रजनीकान्त, स्निग्धा वर्मा समेत बड़ी संख्या में दिव्यांगजन, विशेष बच्चे, उनके अभिभावक तथा संस्थान के कर्मी और छात्रगण उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ में संस्थानकी छात्रा अंशु कुमारी ने शास्त्रीय भाव नृत्य से तथा साक्षी, शिवानी, अनुजा, रक्षा, सकन्या ने स्वागत-गान से अतिथियों का स्वागत किया। संस्थान के प्रशासी अधिकारी सूबेदार उपेन्द्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।