सियाराम मिश्रा /वाराणसी। वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर आप बिल्कुल ही लापरवाह नहीं बनिए। वरना लेने के देन पड़ सकते हैं। कारण कि कोरोना की दूसरी लहर शांत होने के बाद पहली बार प्रतिदिन एक-दो मरीज पाए जा रहे हैं। ऐसे में आपको हरहाल में सावधान हो जाना चाहिए। दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी के स्लोगन को अपने जीवन में उतार लीजिए। सबसे जरूरी को कोरोना टीके की दोनों डोज। अगर आप वैक्सीन नहीं लगवाए हैं तो अपने आप के साथ ही अपने परिवार को भी खतरे में डाल रहे हैं। शनिवार तक यहां पर कोरोना के तीन मामले थे जो रविवार को बढ़कर चार हो गए। इस बार अन्नपूर्णा कालोनी विद्यापीठ की 81 वर्षीय महिला कोरोना पाजिटिव पाई गई है।काशी में कोरोना के मामले बढ़ तो रहे हैं, लेकिन अब जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट पर सभी की नजरें टिकीं हैं। कारण कि इसी से तय होगा कि कही कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का मामला तो नहीं है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित गैस्ट्रोएंट्रोलाजी विभाग के एक डाक्टर व मरीज के कोरोना पाेजिटिव पाए जाने के बाद लोगों में दहशत और बढ़ गई है। इसके साथ ही गाजीपुर व वाराणसी को मिलकार सात लोग कोरोना पोजिटिव मिले हैं। क्या ये कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से पीड़ित तो नहीं है इसकी जांच सोमवार से संस्थान स्थित एमआरयू लैब में शुरू होने जा रही है। यहां पर जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच रिपोर्ट बुधवार तक आने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद ही किसी परिणाम पर पहुंचा जा सकता है।मालूम हो कि आइएमएस का एमआरयू लैब प्रदेश के प्रमुख लैब में से एक है। यहां पर प्रतिदिन छह हजार सैंपल की जांच होती है। वहीं कोरोना की दूसरी लहर के बाद सरकार की ओर से इस लैब को हाईटेक जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन मुहैया कराई गई। इसकी क्षमता एक बार में 500 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग करने की है। इससे पहले जो मशीन थी उसकी क्षमता 100 सैंपल की थी। लैब की प्रभारी प्रो. रोयना सिंह ने बताया कि वाराणसी व गाजीपुर में जो सात मामले पाए गए हैं उनके सैंपल की छह दिसंबर से जीनोम सिक्वेंसिंग की जाएगी। इसका परिणाम बुधवार तक आ सकता है। शनिवार तक यहां पर कोरोना के तीन मामले थे जो रविवार को बढ़कर चार हो गए। इस बार अन्नपूर्णा कालोनी विद्यापीठ की 81 वर्षीय महिला कोरोना पाजिटिव पाई गई है।