सौरभ निगम की रिपोर्ट / देश को ओमिक्रोन से बचाने के लिए टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह आज होने वाली बैठक में कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों को कोरोना टिका देने के फैसले पर विचार करेगा. वर्तमान में बूस्टर खुराक का मुद्दा एजेंडा नहीं है. क्योंकि इसकी आवश्यकता और महत्व का पता लगाने के लिए अध्ययन किए जा रहे हैं. कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों को टिकिया का त्रिपुरा देने के मुद्दे पर विचार किया जाएगा. एसएस श्रेणी में कैंसर का इलाज कराने वाले रोगी, प्रत्यारोपण कराने वाले रोगी, एड्स के रोगी शामिल रहेंगे. जिनको तीसरी खुराक की आवश्यकता होगी. जब यह माना जाता है कि प्राथमिक टीकाकरण की प्रतिरक्षा प्रक्रिया में कमी आ गई है. दूसरी तरफ सिरम इंस्टीट्यूट ने बूस्टर डोज के लिए मंजूरी मांगी. सिरम इंस्टीट्यूट ने कहा कि भारत में कोविशील्ड की कमी नहीं है. नए स्वरूप को सामने आने के मद्देनजर बूस्टर खुराक की मांग उन लोगों के लिए है जो पहले से ही दो खुराक ले चुके हैं.