प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट /’ गुरू का सतत् सानिन्ध्य ही आपको अपने लक्ष्यु तक पहुँचाएगा । विनम्रता आपका ऐसा गुण होना चाहिए कि आप गुरू से उनका श्रेष्ठ ज्ञान प्राप्त कर सके । ” ये बातें आज टी.पी.एस. कॉलेज, पटना में सत्र 2021-24 के नवागंतुक छात्र-छात्राओं को सम्बोषधित करते हुए नालंदा खुला विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो. संजय कुमार ने कहीं । प्रो. कुमार आज महाविद्यालय में आयोजित सत्रारंभ, 2021 के मुख्य अतिथि के रूप में छात्रों को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने महाविद्यालय प्रशासन को कई व्यवेहारिक सुझाव भी दिये । आरंभ में नये छात्र-छात्राओं का स्वागत् करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने महाविद्यालय के विकास की चर्चा करते हुए कहा कि छात्र नियमित कक्षा में उपस्थित रहे और किसी प्रकार की कठिनाई आने पर वे सीधे उनसे मिले । विभिन्न विभागों के शिक्षकों का परिचय कराते हुए प्रो. श्यािमल किशोर ने इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि सत्रारंभ कार्यक्रम के आयोजन का उद्धेश्य नवागंतुुक छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय के गतिविधियों एवं आचार संहिता से परिचय करवाना है ।मानविकी संकाय के विषयों के बारे में बताते हुऐ हिन्दी विभाग के प्रो. जावेद अख्तेर खाँ ने ज्ञान के क्षेत्र में भाषा के महत्व को रेखांकित किया । समाजविज्ञान विषयों का प्रतिनिधत्व करती हुई प्रो. रूपम ने कहा कि छात्रों को अपने जीवन में अनुशासन, सर्मपण, नियमितता बनाए रखनी चाहिए । हाल में कुलाधिपति द्वारा सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका के रूप में सम्माेनित डॉ. तनुजा ने विज्ञान विषयो की पढ़ाई के बारे में छात्रों को बताया । कार्यक्रम को अन्तर्राष्ट्रीय कराटे चैम्पियन महाविद्यालय की छात्रा सुत्री अनन्या आनन्द ने भी संबोधित किया । खेल-कूद एवं राष्ट्री्य सेवा योजना के बारे में गणित के प्राध्यापक प्रो. कृष्ण्नंदन प्रसाद ने बताया, वहीं वनस्पतिशास्त्र् के शिक्षक डॉ. विनय भूषण ने एन.सी.सी. के क्षेत्र में महाविद्यालय के कई कृर्तिमान की चर्चा की । इस अवसर पर उपस्थित शंकर सिंह कॉलेज, सासाराम के हिन्दी के प्रो. चन्द्र्मा सिंह ने भी छात्रों को संबोधित किया । धन्यवाद ज्ञापन प्रो. धर्मराज राम ने किया । इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में नए छात्र-छात्राओं के साथ सभी विभागों के शिक्षक मौजूद थे, जिनमें प्रमुख हैं – डॉ. रघुवंशमणि, डॉ. ज्योत्सना, डॉ. एस. ए. नूरी, डॉ. शिवम यादव, डॉ. नुपूर, डॉ. नुतन, डॉ. उदय कुमार, डॉ. उषा किरण, डॉ. सनंदा, डॉ. श्वे.ता शर्मा, डॉ. सुशोभन पलाधि, डॉ. उदयन मुखर्जी आदि । कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान से हुआ ।