दिल्ली -पटना ब्यूरो /अब्बास के लिए प्रभावी सुरक्षा एजेंसी जिले के माझा गढ़ पथरा गांव से टेरर फंडिंग से जुड़े पाकिस्तानी आतंकवादियों से कनेक्शन रखने के आरोप में गिरफ्तार जफर अब्बास के नेटवर्क को खंगालने में एनआईए वह दूसरी सुरक्षा एजेंसियां जुट गई है उसके पास से बरामद दो लैपटॉप और 6 मोबाइल 6 सिम कार्ड को खंगाला जा रहा है सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों को जफर अब्बास के आजाद एक कश्मीर नामक संगठन से जुड़े होने का भी पता चला है उसने पाकिस्तान को दूसरे देशों से करोड़ों रुपए अपने खाते में मंगाए थे जिसके बदले में उसे कमीशन मिलता था एनआईए की टीम के अलावा स्थानीय पुलिस भी गिरफ्तार युवक के साइबर अपराध में संबंधित रहने के एंगल से मामले की जांच कर रही है ज्ञात हो कि एनआईए को इनपुट मिला था कि गोपालगंज जिले के माझा गढ़ थाने के नक्शा गांव का युवक जफर अब्बास 13 फंडिंग से जुड़े पाकिस्तानी आतंकवादियों से संपर्क में है इसके बाद एनआईए की टीम मंगलवार को पथरा गांव पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर लिया एनआईए ने केस दर्ज किया था जिसकी जांच में गिरफ्तार जफर अब्बास का नाम आया था जफर अब्बास के संपर्क को खगाल रही पुलिस अब सुरक्षा एजेंसी खगाल रही है उसके खाते की जांच की जा रही है लेन देन का पता लगाया जा रहा है उसके मोबाइल में मिले नंबरों का अभी कॉल डिटेल निकाला जा रहा है उसके मोबाइल में मिले नंबरों का भी कॉल डिटेल्स निकाला जा रहा है लैपटॉप से भी कई अहम जानकारी हाथ लगाने की बात कही जा रही है बताया जा रहा है कि साइबर अपराध से वह एक अच्छे से जुड़ा था उसके कई स्थानीय युवकों से भी संपर्क होने की भी बात कही जा रही है रेड के बाद पानी में छूप गया था अब्बास सूत्रों के अनुसार मंगलवार को जब आई व पुलिस की टीम उसे दबोच ने के लिए पथरा गांव में छापेमारी की तो वह घर से 2 किलोमीटर दूर एक नहर में पानी में छुप गया वह पानी से बाहर मुंह निकालकर देख रहा था लेकिन सुरक्षा एजेंसियों से बड़ी चालाकी से घेराबंदी कर उसे पानी से बाहर निकाला और गिरफ्तार कर लिया एक माह पहले हो गया था फरार सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों उसे गिरफ्तार करने के लिए लगातार रेकी कर रही थी लेकिन चला कि शिक्षिका ने बदलने के कारण वह गिरफ्त मैं नहीं आ रहा था वह करीब 1 माह पूर्व सुरक्षा एजेंसियों व पुलिस के पहुंचने से पूर्व फरार हो गया था अंततः जाल बिछाकर योजना के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया गया.पथरा गांव टेरर फंडिंग व साइबर क्राइम का बना अड्डा थाना क्षेत्र के पथरा गांव में पाकिस्तानी आतंकवादियों से संपर्क रखने व टेरर फंडिंग मामले में एनआईए आईबी की छापेमारी में जफर अब्बास के गिरफ्तारी से ग्रामीण सकते में हैं उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि माझा गढ़ का भी कोई युवक टेरर फंडिंग में शामिल हो सकता है ज्ञात हो कि 7 दिसंबर को मोहम्मद हसमूललाह के पुत्र जफर अब्बास को दोनों एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था मांझागढ़ के पथरा और दूसरे गांव में पूर्व से ही हवाला कारोबार के मामले में विभिन्न राज्यों की पुलिस छापेमारी करती रही है इस दौरान कई संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है साइकल अपराध के विभिन्न मामलों में पश्चिम बंगाल उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश चिल्ली छत्तीसगढ़ कि पुलिस छापेमारी कर चुकी है जिसमें समीरउलहक गामा जावेद उर्फ सिपाही आलापुर गांव के मुकेश कुमार भवानीगंज के इरफान अली संतोष कुमार आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं साइबर अपराध के रुपए के लेनदेन में हुई थी हत्या 1 जुलाई 2015 को साइबर अपराध के रुपए के लेन-देन में छात्र इमामुल की हत्या कर दी गई थी जानकारी के अनुसार साइबर अपराध का मास्टरमाइंड समीर उल हक के बारे में छात्र इमामुल को जानकारी हो गई थी जानकारी भी खोने के डर से समीरुल ने अपने साथियों के साथ मिलकर इमामुल की हत्या कर दी थी इसके बाद आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ से टांग दिया गया था बीटेक फाइनल ईयर का छात्र है आरोपित जफर अब्बास जफर के परिजनों के अनुसार भोपाल के आई ए एस कॉलेज का छात्र है जफर अब्बास कोर्णाक आल में घर आ गया था वह घर पर ही रह कर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा था वह दो भाई है उसके चाचा मुस्तफा ने बताया कि जफर के पिता दुबई में रहकर काम करते थे कहा कि जफर आतंकी नहीं हो सकता उसे साजिश के तहत फंसाया गया है पूर्व में भी दबोचे गए हैं कई आरोपित गोपालगंज में इसके पूर्व भी एनआईए ने लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े शेख अब्दुल नईम शेख को गिरफ्तार किया था एक मामले में दिसंबर 2017 में धनु राजा की गिरफ्तारी हुई थी अब्दुल नईम शेख का कश्मीर से लेकर महाराष्ट्र तक का टेरर फंडिंग व देश विरोधी दूसरी गतिविधियों में सन लिप्त होने का पता चला था इसी तरह वर्ष 2018 में नगर थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले में संदिग्ध युवक को सुरक्षा एजेंसियों ने उठाया था.