जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना (नयी दिल्ली) 22 दिसंबर ::कायस्थों के लिए कार्यरत अंतरराष्ट्रीय संस्था जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) कीनई दिल्ली में आयोजित विश्व कायस्थ महासम्मेलन ने कायस्थ समाज के राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास के दृष्टिकोण से सकारात्मक तथा सुखद संदेश दे गया । उक्त बात जीकेसी की समीक्षात्मक बैठक में उभरकर सामने आई।जीकेसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल किशोर ने महासम्मेलन के बाद एफसीसी में आहूत समीक्षात्मक बैठक की चर्चा करते हुए कहा कि जीकेसी के ग्लोबल ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गई, जिसमे यह निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अगली बैठक मुंबई में आयोजित की जायेगी।उन्होंने बताया कि बैठक में संगठन ने अनुराग सक्सेना को ग्लोबल महासचिव घोषित एवं मनोनीत किया गया।कमल किशोर ने बताया कि बैठक में राजेश श्रीवास्तव को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सुजीत कुमार वर्मा को राष्ट्रीय सचिव, शुभ्रांशु श्रीवास्तव को राष्ट्रीय सचिव के साथ ही उत्तर प्रदेश पश्चिमी का अध्यक्ष मनोनीत किया गया।बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि दिल्ली-एन सी आर को एक साथ रखने की व्यवस्था समाप्त की जाएगी। अब दिल्ली प्रदेश की सीमा तक ही दिल्ली प्रदेश रहेगा । एन सीआर का हिस्सा सम्बंधित राज्यों के साथ ही गिना जाएगा।उक्त अवसर पर जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन, अखिलेश श्रीवास्तव, आनन्द सिन्हा, दीपक कुमार वर्मा, अनुराग सक्सेना, सुनील श्रीवास्तव ,निष्का रंजन, इंजीनियर सुनील श्रीवास्तव, नवीन कुमार, प्रेम कुमार, नवीन श्रीवास्तव, शुभ्रांशु श्रीवास्तव, राजीव कान्त, रवि प्रकाश, अशोक दास, राजेश श्रीवास्तव, मंजू सक्सेना,आशुतोष ब्रजेश, पवन सक्सेना, प्रजेश शंकर, सिद्धार्थ सक्सेना, कुमार मानवेन्द्र, प्रभाकर श्रीवास्तव उपस्थित थे।