प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट / देश में कोरोना कों देखते हुये बूस्टर डोज की सिफारिश करते हुए lLBS दिल्ली के निर्देशक S K सारीन ने कहा कि मेरी निजी राय है कि देशवासिओ कों बूस्टर डोज की सख्त जरूरत है. तीसरी बूस्टर डोज के लेने से गंभीर और संक्रमण से ग्रसित मरीज का अस्पताल जाने की संभावना कम हो जाती है. हमें ओमिक्रोन के संबंध में तुरंत विचार करने की जरूरत है. स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर ऐसे जिनकी शरीर कमजोर है उन्हें तुरंत टिका दी जानी चाहिए. विशेषज्ञों के अनुसार किसी भी व्यक्ति से मिलने वाली एंटीबॉडी समान रूप से 6 से 8 महीने का प्रभाव रहता है. समय बीतने पर एंटीबॉडी कमजोर होने लगता है. कोरोनावायरस के नए वैरीअंट के डर से दुनिया भर में बूस्टर डोज लेने की होड़ मच गई.कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री मोदी कोरोना की समीक्षा करेंगे.