कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट / छपरा के जेल सुपरिटेंडेंट रामाधार सिंह ने सरकारी पद का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित कर ली. जिसको लेकर उनके विभिन्न ठिकानों पर विजिलेंस का छापा किया जा रहा है. अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने जांच के दौरान .2 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने का खुलासा किया है। विगत दिन गुरुवार को इनके खिलाफ पटना में आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया था. वह भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं, इस बात के ठोस सबूत निगरानी विभाग को मिले थे. जिसके बाद निगरानी की टीम ने उनके तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर दी है.। गुपचुप तरीके से प्लान वे में निगरानी की अलग-अलग टीम ने आज सुबह 10: बजे के बाद छपरा, पटना और गया में एक साथ इस कार्रवाई को शुरू किया है।डीएसपी सुरेंद्र कुमार महुआर की अगुवाई में एक टीम छपरा में जेल सुपरिटेंडेंट रामाधार सिंह के सरकारी घर और ऑफिस को खंगाल रही है. जबकि, दूसरी टीम पटना में जक्कनपुर थाना के तहत पुरन्दुपुर इलाके के अपार्टमेंट में स्थित फ्लैट और तीसरी टीम गया जिले में स्थित पुश्तैनी घर को खंगाल रही है. जेल सुपरिटेंडेंट के ऊपर काफी शिकायतें थीं. काले कारनामों के बारे में एक के बाद एक कई शिकायत मिलने पर निगरानी की टीम एक्टिव हो गई थी. जिसके बाद इंटरनल तरीके से जांच हुई और उस बारे में ठोस सबूत जुटाए गए. जिसके बाद 23 दिसंबर को FIR नंबर 55/2021 दर्ज किया गया था. सोने के बिस्किट और ईट भी मिले.