कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /किदवई पूरी पटना में ओमिक्रोन के मरीज का रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद बिहार के स्वास्थ्य विभाग नें राहत ली है।परिवार के 5 सदस्य नेगेटिव पाए गए.सभी को अलर्ट मोड पर रख दिया गया था , स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय सिंह के आदेश पर कांटेक्ट ट्रेसिंग हुआ था । आज ही से ओमिक्रोन मरीज के लिए अलग से सर्विलांस टीम का गठन किया गया था । उन्होंने आगे कहा कि सभी जिलों में कंट्रोल रूम को एक्टिव कर दिया गया था. सभी कोविड केयर हॉस्पिटल, डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर तथा डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में सामान्य बेड, ऑक्सीजन बेड तथा पर्याप्त आईसीयू बेड की व्यवस्था है। वहीं पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर ने कहा था कि जिला प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क है और नए साल के जश्न को देखते हुए भी हमनें सतर्कता के स्तर को बढ़ा दिया है।दिल्ली से पटना लौटे युवक की भी RTPCR जांच कराई गई जिसमें कोरोना पॉजिटिव आने के बाद इनके सैंपल को भी जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए 21 दिसंबर को दिल्ली के एनसीडीसी लैब भेजा गया था। जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को आने के बाद ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। गौरतलब है कि बिहार में अबतक 800 मरीजों के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजा जा चुका है।किदवईपुरी का रहने वाला एक 26 वर्षीय युवक कुछ दिनों पहले इंग्लैंड से आये अपने भाई से मिलने दिल्ली गया था। जो कि संक्रमित है और दिल्ली में ही क्वारंटाइन है। दिल्ली में RTPCR जांच के दौरान विदेश से आए भाई के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उनके सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई गई थी.परिवार के 5 सदस्य कों नेगेटिव पाया गया.