कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /इस वर्ष भारत अपनी स्वतन्त्रता की 75वीं वर्षगांठ अमृतमहोत्सव के रूप मे मना रहा है | इस अमृतमहोत्सव के अवशर पर देश के पाँच बड़े संगठन राष्ट्रीय योगासन खेल संघ, पतंजलि परिवार, क्रीडा भारती, गीता परिवार एवं हार्ट फुल्लनेस्स ने मिलकर 21 फरवरी तक 75 करोड़ सूर्य नमस्कार कर विश्व कीर्तिमान बनाने का संकल्प लिया है | इसके परचार प्रसार हेतु पतंजलि ने 26 जनवरी को बिहार भर मे झंडोतोलन के उपरांत अपने केन्द्रो पर मंत्रोचारण के साथ रिध्मिक सूर्य नमस्कार करने का निर्णय लिया है | इसमे तीन तरह से पंजीकरण किए जा सकते हैं | पहला व्यक्तिगत, दूसरा संस्थागत, तीसरा प्रशिक्षक पंजीकरणwww.75suryanamaskar.com पर लॉगिन कर के किए जा सकते हैं | विदित हो कि बिहार मे 300 संगठनो ने पंजीकरण कराते हुए लाखो सूर्यनमस्कार किए हैं | बिहार योगासन खेल असोशिएशन के अध्यक्ष श्री अजित कुमार ने बताया कि यह अभियान ग्लोबल सूर्यनमस्कार प्रोग्राम के रूप मे विश्वस्तरीय बनता जा रहा है | संस्थान के संरक्षक श्री गणेश खेतरीवाल जी ने बताया भारत के शिक्षा मंत्रालय, आयुष मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, खेल मंत्रालय का काफी सहयोग मिल रहा.मीडिया प्रभारी डा0 नितेश ने बताया कि सूर्यनमस्कार एक सर्वांगीक योगिक व्यायाम है और आसनो का समुच्च है | कार्यक्रम के सचिव चन्द्रशेखर ने बताया कि सूर्य ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है और न केवल धरती पर फूड चैन के निरंतरता बनाए रखती है यह हमारे भीतर अग्नि को नियंत्रित करती है और विटामिन डी का स्रोत है.
