प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट /अखिल भारतीय दर्शन परिषद् के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सह दर्शन परिषद्, बिहार के अध्यक्ष डॉ. बी. एन. ओझा के सम्मान में ऑनलाइन श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।संचालन करते हुए महासचिव डॉ. श्यामल किशोर ने बताया कि डॉ. ओझा का जन्म 11 सितंबर, 1950 को भोजपुर (आरा) में हुआ था। आपने एच. डी. जैन कॉलेज, आरा से स्नातक प्रतिष्ठा (दर्शनशास्त्र) और पटना विश्वविद्यालय, पटना से एम. ए. (दर्शनशास्त्र) एवं पीएच. डी. की उपाधि प्राप्त की। आपने 1975 में बी. डी. इवनिंग कॉलेज, पटना में दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक के रूप में योगदान दिया और आप वहां लंबे समय तक प्रधानाचार्य भी रहे। गत 14 जनवरी को आपका पटना में निधन हो गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दर्शन परिषद्, बिहार की वरीय उपाध्यक्ष प्रो. पूनम सिंह ने बताया कि डॉ. ओझा ने परिषद् को गतिशील बनाने में महती भूमिका निभाई। दर्शन परिवार को हमेशा उनकी कमी महसूस होगी।उपाध्यक्ष प्रो. शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि डॉ. ओझा का जीवनपर्यन्त दर्शनशास्त्र से लगाव बना रहा। बड़े-बडे़ पदों पर पहुंचने के बावजूद उन्होंने कभी भी अपने मूल विषय को नहीं भूलाया। प्रधानाचार्य बनने के बाद उन्होंने अपने महाविद्यालय में दर्शन परिषद्, बिहार का दो अधिवेशन कराया।संयुक्त मंत्री प्रो. किस्मत कुमार सिंह ने डॉ. ओझा के सम्मान में एक स्मृति ग्रन्थ के प्रकाशन का प्रस्ताव दिया। साथ ही डॉ. ओझा के सपनों को पूरा करने का संकल्प व्यक्त किया।इस अवसर पर उतर भारत दर्शन परिषद् के अध्यक्ष प्रो. सभाजीत मिश्र ने कहा कि वे डॉ. ओझा की आत्मियता, अंतरंगता और उनकी मेहमाननबाजी हमेशा याद रहेगी।भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के अध्यक्ष प्रो. रमेशचन्द्र सिन्हा ने कहा कि डॉ. ओझा छात्र जीवन से ही दर्शन के प्रति पूर्णरूपेण समर्पित थे। उनके निधन से बिहार में दार्शनिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रयासों को एक झटका लगा है।अखिल भारतीय दर्शन परिषद् के अध्यक्ष प्रो. जटाशंकर ने कहा कि डॉ. ओझा एक जिंदादिल इंसान थे। वे अपने मित्रों और संगठन के सभी सदस्यों का काफी ख्याल रखते थे। उनकी यश एवं कीर्ति हमेशा बनी रहेगी।अंत में सबों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की।इस अवसर पर मगध विश्वविद्यालय, बोधगया की पूर्व कुलपति प्रो. कुसुम कुमारी, अखिल भारतीय दर्शन परिषद् के सचिव प्रो. जे. एस. दुबे, दार्शनिक त्रैमासिक के संपादक डॉ. नागेन्द्र मिश्र, पूर्व मंत्री प्रो. अविनाश कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त मंत्री प्रो. पूर्णेन्दु शेखर, कोषाध्यक्ष प्रो. वीणा कुमारी, मीडिया प्रभारी डॉ. सुधांशु शेखर, डॉ. अमिता जायसवाल, डॉ. सुनील सिंह, डॉ. नूतन कुमारी, डॉ. शैलेन्द्र कुमार, डॉ. कृति चौधरी,डाॅ नूतन, विलास कुमार, मनीष चौधरी, संजीव कुमार श्रीवास्तव, उज्ज्वला शाही आदि उपस्थित थे। डॉ श्यामल किशोर, महासचिव,बिहार दर्शन परिषद