दिल्ली -कौशलेंद्र पाराशर /कोविड नियमों का पालन करना राष्ट्र धर्म, “73वें गणतंत्र दिवस” की पूर्व संध्या पर महामहिम राष्ट्रपति नें देशवासियों को किया संबोधित.73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति महत्वपूर्ण बातें कहीं . राष्ट्र के नाम संबोधन में रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी. राष्ट्रपति ने कहा कि गणतंत्र दिवस वीरो को याद करने का दिन है। राष्ट्रपति ने कहा कि 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, देश और विदेश में रहने वाले आप सभी भारत के लोगों को मेरी हार्दिक बधाई.राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सन 1930 में महात्मा गांधी ने देशवासियों को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ मनाने का तरीका समझाया था. यथाशक्ति रचनात्मक कार्य करने का गांधीजी का यह उपदेश सदैव प्रासंगिक रहेगा. महात्मा गांधी चाहते थे कि हम अपने भीतर झांक कर देखें, आत्म-निरीक्षण करें और बेहतर इंसान बनने का प्रयास करें, और उसके बाद बाहर भी देखें, लोगों के साथ सहयोग करें और एक बेहतर भारत तथा बेहतर विश्व के निर्माण में अपना योगदान करें.राष्ट्रपति ने कहा कि गणतंत्र दिवस का यह दिन उन महानायकों को याद करने का अवसर भी है जिन्होंने स्वराज के सपने को साकार करने के अतुलनीय साहस परिचय दिया तथा उसके लिए देशवासियों में संघर्ष करने का उत्साह जगाया।