दिल्ली से अन्य समाचार पत्रों का संकलित अंश,प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /यूरोपीय देशों में कोरोना वायरस महामारी अपने आखिरी दौर में आ गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप कार्यालय के डायरेक्टर डॉ. हंस क्लूज ने ये जानकारी दी. उनका कहना है कि यूरोप अब कोरोना महामारी के खिलाफ निर्णायक जंग जीतने के करीब पहुंच रहा है. इस वायरस से होने वाली मौतों का ग्राफ अब काफी कम हो रहा है.डब्ल्यूएचओ के यूरोप ऑफिस के डायरेक्टर डॉ. हंस क्लूज ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘यूरोपीय देशों के पास इकलौता ऐसा अवसर है और तीन ऐसे कारक हैं, जिनकी वजह से कोरोना महामारी के खिलाफ निर्णायक जीत हासिल की जा सकती है. अगर सारे कदम उठा लिए जाते हैं, तो कोविड महामारी को नियंत्रित किया जा सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘पहला कारक है, वैक्सीनेशन की वजह से या लोगों के संक्रमित होने की वजह से काफी ज्यादा लोगों में इम्यूनिटी का आना. दूसरा फैक्टर है, गर्मी के मौसम में वायरस के संक्रमण फैलाने की क्षमता में कमी आना. तीसरा फैक्टर है, ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से लोगों का कम गंभीर बीमार होना.डॉ. क्लूज ने कहा कि पिछले सप्ताह डब्ल्यूएचओ के यूरोपीय क्षेत्र में एक करोड़ 20 लाख नए कोरोना वायरस मरीज मिले थे, लेकिन इतने मरीज मिलने के अस्पतालों में मरीजों की संख्या में कोई खास इजाफा नहीं हुआ. डॉ. हंस क्लूज ने कहा कि अभी जो मौका हाथ आया है, उसे एक तरह के कोविड संक्रमण के खिलाफ ‘युद्धविराम’ माना जाना चाहिए. साथ ही इस मौके का फायदा उठाते हुए तेजी से इस वायरस को पूरी तरह से नियंत्रित कर लेना चाहिए.