कौशलेन्द्र पाराशर /मुख्यमंत्री नितीश कुमार नें कहा की बिहार में धान की विकेन्द्रीकृत अधिप्राप्ति से किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ मिला है। इस वर्ष 45 लाख मीट्रिक टन धान अधिप्राप्ति के लक्ष्य के विरुद्ध 44 लाख 91 हज़ार मीट्रिक टन धान की रिकॉर्ड अधिप्राप्ति की गई है।साथ ही इस बार 6 लाख 43 हज़ार किसानों से अधिप्राप्ति की गई है जो एक रिकॉर्ड है। किसानों को 8800 करोड़ रु० का ससमय भुगतान हो रहा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी। यह राज्य के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।अब जन वितरण प्रणाली के लिए बिहार की चावल की आवश्यकता राज्य से ही पूरी हो जाएगी। यह बेहद संतोष की बात है ।