ज्ञानेश्वर गौतम की विशेष रिपोर्ट मोतिहारी से / चंपारण के लाल सकीबुल गनी ने क्रिकेट की दुनिया में रचा इतिहास, मां ने गिरवी रख कर ख़रीदे बैट. बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय मैदान में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच में पूर्वी चंपारण के लाल सकीबुल गनी ने अपने तिहरे शतक से इतिहास रच दिया. सकीबुल बचपन से क्रिकेट खेलता था. सकीबुल के बड़े भाई उसके गुरु रहे हैं. सकीबुल के बड़े भाई फैज अली भी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बिहार के लिए खेल चुके हैं. उन्हें के सानिध्य में सकीबुल नें क्रिकेट की बारीकियां सीखी. बेहतरीन बल्लेबाजी के साथ सकीबुल टीम के लिए उपयोगी गेंदबाज के रूप में भी काम आते हैं. दाएं हाथ के मध्यम गति की गेंदबाजी में उन्होंने कई बार बल्लेबाजों को चौंकाया. रणजी अपनी डेब्यू मैच में बनाया 341 रन. सकीबुल गाने की उपलब्धि से जिले के लोगों में खुशी की लहर. सकीबुल की उपलब्धि से बिहार क्रिकेट को मिलेगा लाभ. नए खिलाड़ियों को इस में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा. बिहार में पुनः क्रिकेट का माहौल बनेगा. मोतिहारी के डीएम ने सम्मानित करने की घोषणा की.