कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /मुख्यमंत्री नितीश कुमार नें बजट कों सराहा. CM ने बिहार की तरक्की के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ के #बजट का प्रावधान किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग आधारभूत संरचना आदि के विकास के लिए इस वर्ष के बजट को छह सूत्रों में बांटा गया है। बिहार में आर्थिक विकास के साथ साथ सामाजिक विकास के लिए सामाजिक क्षेत्र में सर्वाधिक 65 प्रतिशत बजट का प्रावधान किया गया है.बिहार विधानसभा में साल 2022-23 के लिए 2 लाख 37691 करोड़ 91 लाख रुपये का बजट पेश.राज्य के वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बिहार विधानसभा में बजट पेश किया. वित्त मंत्री ने इस बार कुल 2 लाख 37691 करोड़ 91 लाख रुपये का बजट पेश किया. 2 लाख 37691 करोड़ 91 लाख रुपये का कुल बजट.700 करोड़ रुपये क्रेडिट कार्ड योजना के लिए. 200 करोड़ का प्रावधान मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता के लिए .225 करोड़ का प्रावधान कुशल युवा कार्यक्रम के लिए .हर घर नल का जल के लिए 1 हज़ार 1.10 करोड़ का प्रावधान किया गया .6 सूत्र शिक्षा, रोजगार, आधारभूत संरचना, स्वास्थ्य, कृषि, ग्रामीण एवं शहरी आधारभूत संरचना पर बजट बनाया गया है.कृषि और आधारभूत संरचना के लिए 29 हज़ार 749 हज़ार करोड़, समाज कल्याण के लिए 12375 करोड़, किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कृषि निर्यात नीति बनाई गई है. कोविड महामारी के कारण वित्तीय प्रबंधन चुनौती, राज्य सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया है- तारकिशोर प्रसाद .डिप्टी सीएम ने कहा कि महंगाई भत्ते का नियमित तौर पर भुगतान हो रहा है.सीमित संसाधनों के बावजूद राज्य का विकास जारी है. लगातार कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं. गरीब और कमजोर वर्गों को मदद दी जा रही है.वित्त मंत्री ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है. कोरोना महामारी से प्रभावित लोगों के प्रति मेरी संवेदना हैं. विश्व अर्थव्यवस्था में तीन फीसदी की कमी आई है. वहीं बिहार की अर्थव्यवस्था 2.5 प्रतिशत बढ़ी। 2022-23 में विकास दर 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है .कोविड महामारी के कारण वित्तीय प्रबंधन चुनौती, राज्य सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया है.सीमित संसाधनों के बावजूद जारी है विकास- तारकिशोर प्रसाद .विश्व अर्थव्यवस्था में तीन फीसदी की कमी आई है- वित्त मंत्रीबिहार बजट 2022-23: बिहार का आर्थिक वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रहा.वर्ष 2022-23 का बजट जन कल्याण के लिए बनाई गई है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने राज्यों को मदद की.केंद्र सरकार ने ऋण लेने की सीमा में बढोतरी की.इस वर्ष देश भर में बिहार सबसे ज्यादा आर्थिक वृद्धि दर प्राप्त करने वाला राज्य रहा. कर्मियों और पेंशनधारियों को समय से वेतन और पेंशन दिया जा रहा है.6 सूत्रीय संरचना के तहत विकास किए जा रहे है. स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, कृषि, आधारभूत संरचना.तार किशोर प्रसाद ने कहा कि कोरोना के कारण अर्थ व्यवस्था पर असर पड़ा है. राजस्व के वसूली पर पर प्रभाव पड़ा है.कोरोना काल में बिहार सरकार ने बेहतरीन कार्य किए हैं.इस दौरान वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ भी की.इससे पहले 25 फरवरी को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने दावा किया कि कोरोना संक्रमण के बावजूद प्रदेश ने अच्छी विकास दर हासिल की है. उन्होंने कहा कि अगर तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल को छोड़ दें तो बिहार अन्य राज्यों से अव्वल है. बिहार की विकास दर 2.5 फीसदी रही है. उन्होंने बताया कि कृषि पशुपालन क्षेत्र में हुए कार्य ने विकास दर को ठीक-ठाक रखा है.