कौशलेन्द्र पाराशर पटना से /नीतीश सरकार ने इस नए फैसले के साथ शराबबंदी कानून के बावजूद शराब पीते पकड़े जाने पर अब जेल जाने से बचने का विकल्प होगा.नीतीश सरकार ने इस नए फैसले के साथ ही होली के मद्देनजर शराबबंदी कानून के तहत कार्रवाई का अभियान तेज करने का निर्देश दिया है। इसके तहत ड्रोन से निगरानी की जा रही है। उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि अभी तक ड्रोन, हेलीकाप्टर आदि की मदद से आपरेशन सर्च एंड डिस्ट्राय यानी शराब खोजो और नष्ट करो अभियान चल रहा था। इसकी जगह अब सर्च एंड अरेस्ट यानी खोजो और गिरफ्तार करो अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत हेलीकाप्टर और ड्रोन के जरिए अवैध शराब के अड्डों की तलाश कर शराब माफियाओं की गिरफ्तारी पर भी फोकस किया जाएगा।शराबबंदी कानून के बावजूद शराब पीते पकड़े जाने पर अब जेल जाने से बचने का विकल्प होगा। ऐसे लोगों को पुलिस को यह बताना होगा कि उन्हें शराब मिली कहां से? यानी यदि शराब पीने वाला शराब की सप्लाई करने वाले को पकड़वा देगा तो उसे जेल नहीं होगी। शर्त यह है कि पुलिस या उत्पाद विभाग की कार्रवाई में बताई गई जगह से शराब बरामद हो जाए या शराब बेचने वाला पकड़ा जाए। नीतीश सरकार के इस फैसले के बारे में अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर सभी जिलों के उत्पाद अधीक्षकों को निर्देश दे दिया गया है