प्रिया सिन्हा की रांची से रिपोर्ट /नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी कों बनाने और स्थानीय नीति के मुद्दे पर सदन के अंदर और बाहर भाजपा के सदस्यों के तेवर कड़े दिखे। भाजपा ने स्पीकर रबींद्रनाथ महतो पर सरकार के दबाव में नेता प्रतिपक्ष पर दो साल से निर्णय नहीं लेने का आरोप लगाते हुए बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता देने की जोरदार मांग की और हंगामा किया। कहा नेता प्रतिपक्ष पर निर्णय नहीं लेना असंवैधानिक है। स्थानीय नीति 1932 के खतियान या अंतिम सर्वे के आधार पर निर्धारित करने से जुड़ा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय नीति को लेकर सदन अवगत है। यह विषय राज्य में राजनीति का केंद्र बिंदु भी बनता रहा है। राज्य गठित हुए 20 साल हो गए। 1932 खतियान की मांग पर तत्कालीन सरकार ने एक स्थानीय नीति परिभाषित भी की थी, उसकी राज्य में क्या स्थिति बनी यह सब जानते हैं। लंबोदर महतो के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुये हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्हें यह अच्छी तरह पता है कि किस तरह से निर्णय लिए और काम किये जाते हैं।