जितेन्द्र कुमार सिन्हा/ संस्था “खिलखिलाहट” की मंगलवार को हुई वर्चुअल बैठक की जानकारी देते हुए संस्था के अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि स्लम वस्ती के बच्चो के बीच पिचकारी, रंग, गुलाल का वितरण करने और स्लम वस्ती के परिवारों के बीच स्वच्छता जागरण हेतु साबुन की टिकिया वितरित करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में शिवानी गौर ने रंग अबीर के साथ साथ खाने पीने के लिए उस दिन स्लम बस्तियों में बच्चों के बीच पेडकीया (गुझिया) का भी वितरण किया जायेगा।उन्होंने बताया कि तरुण सोनी ने बच्चों के बीच उस दिन चॉकलेट और टॉफी, कुमार संभव ने उस दिन कुछ बच्चो के लिए कपड़े का भी वितरण किया जायेगा।प्रदीप कुमार ने बताया कि यह स्लम बस्तियों के बच्चों के बीच 17 मार्च को होली के ठीक पहले पिचकारी, रंग, अबीर, साबुन की टिक्की, पेडकिया, टॉफी चॉकलेट, और वस्त्र वितरित किया जायेंगा।सूत्रों ने बताया कि प्रदीप कुमार जिन्हें अध्यक्ष बनाया गया है वेडॉ मदन गोपाल सिंहा के पुत्र हैं और उनका 4 जून, 1967 को हुआ है। पेशे से श्री कुमार मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव हैं, लेकिन वे एक अच्छे रचनाकार भी है और उनकी रचना “हस्ताक्षर”, “साहित्यनामा”, “फेस ऑफ इंडिया”, “आज आवाज”, “श्री राम एक्सप्रेस” और”लोकजंग” प्रकशित हो चुका है।सूत्रों ने यह भी बताया कि प्रदीप कुमार को आगमन सम्मान, सुमित्रानंदन पंत सम्मान, काव्य सारथी सम्मान, बिस्मिल्लाह खान पुरस्कार, लाल बहादुर शास्त्री सम्मान से नवाजा भी गया है।श्री प्रदीप कुमार ने बताया किसामाजिक संस्था खिलखिलाहट के कार्यकारिणी के सदस्यों की बैठक ऑनलाइन सम्पन्न हुआ है जिसमें कार्यकारिणी के सदस्य निशा परासर, शिवानी गौर, तरुण सोनी और कुमार संभव शामिल थे। लेकिन आलोक कुमार सिन्हा, संजय सिन्हा और शालिनी वर्मा बैठक अपरिहार्य कारण से शामिल नही हुए थे।उन्होंने बताया कि किसी संस्था की शक्ति उसके सदस्य होते हैं और चुकी यह संस्था अभी नवजात की स्थिति में है । अतः इसे विशेष देखभाल की आवश्यकता है। उन्होंने सदस्यों से नये सदस्य को जोड़ने का सुझाव देते हुए कहा कि यदि हर सदस्य हर महीने एक सदस्य भी जोड़ेंगे तो बहुत जल्द ही यह संस्था “खिलखिलाहट” एक महापरिवार का रूप ले लेगी।