कौशलेन्द्र पाराशर की विशेष रिपोर्ट दिल्ली /उत्तर प्रदेश जीत के हीरो “गृहमंत्री अमित शाह और संजीव बालियान”ने प्रदेश में नाराज जाटों को मनाने की जिम्मदारी उठाई और भारी जीत दिलाई.चुनाव से ठीक पहले किसान आंदोलन बड़ी चुनौती था। हाथरस में राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत सिंह को लाठी मारी गई थी। इससे जाटों में बीजेपी को लेकर नाराजगी थी। उन्हें मनाने का जिम्मा दिया गया मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को। संजीव ने पश्चिमी उप्र की 136 सीटों की गुणा-गणित को अपने हिसाब से सेट किया। चुनाव से ठीक पहले 25 जनवरी को प्रमुख पचास जाट नेताओं के साथ अमित शाह की बैठक करवाई। उन्हें अपने भरोसे में लिया। सभी राजनीतिक पंडित चुनाव परिणाम से हैरान थे.10 मार्च को नतीजे आए तो हैरान करने वाले थे । पहले चरण की जिन 58 सीटों पर वोट हुआ, वहां की 46 सीटें बीजेपी ने जीत ली। दूसरे चरण की जिन 55 सीटों पर मतदान हुआ वहां भी 30 सीट जीत ली। राजनीतिक पंडित बोल रहे थे कि पहले और दूसरे चरण के बाद कहा जा रहा कि सपा ने दोनों चरणों में ही 80 सीट जीत ली पर नतीजे आए तो यह संख्या 37 थी।