दिल्ली / उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ना पड़ा मंत्री मुकेश साहनी को भारी-CM नीतीश की पार्टी ने बनाई टूट से दूरी -गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का ऑपरेशन “राजु सिंह” रहा कामयाब.UP विधानसभा चुनाव और बिहार में उप चुनाव लड़ना मुकेश सहनी को महंगा पड़ा और बीजेपी ने मुकेश सहनी को औकात बताने में देरी नहीं की. पूरे प्रकरण में वीआईपी की ओर से जहां ड्राइविंग सीट पर राजू सिंह रहे, वहीं बीजेपी की ओर से नित्यानंद राय की भूमिका अहम रही.जिस वक्त पटना में बिहार कैबिनेट की बैठक चल ही रही थी, उसी दौरान पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया गया. मुकेश सहनी को कानों कान इसकी भनक तक नहीं लगी. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के कक्ष में प्रदेश अध्यक्ष MP संजय जायसवाल, उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद और DY CM रेणु देवी की मौजूदगी में तीनों विधायकों ने कानूनी प्रक्रिया को पूरी की.बोचहां से विधायक मुसाफिर पासवान के निधन के बाद तकनीकी रूप से टूट आसान हो गया था और तब से राजू सिंह इस कवायद में भी लग गए थे. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी थी और मुहिम को अंजाम तक पहुंचाने में नित्यानंद राय लगे थे. प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के साथ नित्यानंद राय की कई दौर की बैठक भी हो चुकी थी. केंद्र के दूत के रूप में नित्यानंद राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और डेढ़ घंटे की बातचीत के दौरान पूरी पटकथा लिखी गई.