सियाराम मिश्रा विशेष रिपोर्ट दिल्ली ब्यूरो से /दवा भी अब 1अप्रेल से महंगी हो जाएंगी,जनता पर पड़ेगा महंगाई की मार.वैश्विक स्तर पर बढ़ती महंगाई और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते अपने देश में भी महंगाई की मार बढ़ने लगी है । पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच अब दवाईयों के भी दाम बढ़ने की खबर आ रही है । अप्रैल से पैन किलर, एंटीबायोटिक्स, एंटी-वायरस समेत दवाओं की कीमतें बढ़ने वाली हैं । सरकार ने शेड्यूल दवाओं के लिए 10 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी की अनुमति दी है ।ड्रग प्राइसिंग अथॉरिटी ने शुक्रवार को शेड्यूल दवाओं के लिए कीमतों में 10फीसदी की बढ़ोतरी की अनुमति दी । अप्रैल महीने से दवाओं की राष्ट्रीय सूची के तहत 805 से ज्यादा दवाओं की कीमत बढ़ेगी । यह उच्चतम कीमत बढ़ोतरी की अनुमति है ।देश में दवाइयों की कीमतों को नियंत्रित करने वाली एक सरकारी नियामक एजेंसी के फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी ने कंपनियों से थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर कीमते बढ़ाने के लिए जरूरी दस्तावेज जमा करने को कहा था । तब कहा गया था कि 1 अप्रैल से सभी जरूरी दवाओं के दाम करीब 2 फीसदी तक बढ़ सकते हैं ।जरूरी दवाओं की राष्ट्रीय लिस्ट में 875 से ज्यादा दवाएं शामिल हैं, जिनमें डायबिटीज के इलाज, कैंसर की दवाओं, हेपेटाइटिस, हाई ब्लड प्रेशर, गुर्दे की बीमारी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एंटीरेट्रोवायरल शामिल हैं ।मूल्य नियंत्रण आदेश के अनुसार, दवा कंपनी में बदलाव के आधार पर नियामक की तरफ से जरूरी दवाओं की कीमत में बदलाव किया जाता है । दवाओं की कीमतें, जो जरूरी दवाओं की राष्ट्रीय लिस्ट का हिस्सा हैं, सरकार की तरफ से किसी विशेष खंड में सभी दवाओं पर न्यूनतम 1 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी के साथ साधारण औसत पर दवाओं की अधिकतम कीमतों को सीमित करके सरकार की तरफ से सीधे नियंत्रित किया जाता है ।