वरीय संपादक -सियाराम मिश्रा /अयोध्या शोध संस्थान, भारतीय जन संचार संस्थान एवं भोजपुरी संगम के संयुक्त तत्वावधान में ‘प्रवासी देशों में राम’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी मे-
भगवान राम को भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधि बताते हुए केरल के राज्यपाल श्री आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने कहा कि राम के व्यक्तित्व की विशेषता यह है कि वह प्रत्येक युग के महानायक हैं।अंतरराष्ट्रीय श्री कृष्णकांत द्विवेदी ने कहा कि राम ने विरोधी संस्कृतियों और विचारों को जोड़ने का काम किया है। आज परिवार टूट रहे हैं। अगर इन टूटते परिवारों को हमें जोड़ना है, तो राम के जीवन से सीखना होगा।भारतीय लोक प्रशासन संस्थान के महानिदेशक श्री सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने कहा कि पूरे विश्व में लाइफ मैनेजमेंट के तौर पर राम के जीवन मूल्यों को समझाया जा रहा है।भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि भारतीय जनमानस में राम का महत्व इसलिए नहीं है कि उन्होंने जीवन में इतनी मुश्किलें झेलीं, बल्कि उनका महत्व इसलिए है, क्योंकि उन्होंने उन तमाम कठिनाइयों का सामना बहुत ही सहजता से किया।