जितेन्द्र कुमार सिन्हा,वरिष्ठ संपादक /चिकित्सक पे हो रहे अत्याचार में दोषियों के विरुद्ध स्पीड ट्रायल चला कर जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। उक्त बातें आयुस्मान भारत फाऊन्डेशन के राष्टीय अध्यक्ष डॉ आर के गुप्ता ने आज कही।उन्होंने बताया कि राजस्थान लालसोट मे महिला चिकित्सक डॉ अर्चना शर्मा कि आत्महत्या मानवता को शर्मशार करती है।चिकित्सक को धरती पे दूसरा भगवान कहा जाता है, उनको इसतरह से प्रतारित करना और आत्म हत्या करने पर मजबुर करना, सभ्य समाज मे कही ना कही असभ्यता का परिचायक है।डॉ गुप्ता ने बताया कि लालसोट मे अपनी नेतागीरी चमकाने के लिऐ मुठ्ठी भर लोग महिला चिकित्सक पर हत्या का आरोप लगाते है और आत्महत्या करने पर मजबूर किया, जिससे परेशान हो कर महिला चिकित्सक ने आत्महत्या कर ली। आज देश के सारे चिकित्सक में डर और भय का माहौल बना हुआ है, चिकित्सक और आम जनता इसतरह की घटना से आक्रोशित है।उन्होंने कहा कि पुलिस को इस घटना की जाँच-पड़ताल सघन रूप से कर, प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए।डॉ गुप्ता ने सरकार से मांग किया है कि इस घटना की जाँच करा के दोषियों पर कड़ी कारवाई करें और डॉ अर्चना शर्मा के पीड़ित परीवार को 5 करोड़ रूपये का मुआवजा दें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना का पुनरावृत्ति ना हो।उन्होंने सरकार से मेडीकल एक्ट का गठन करने और चिकित्सक पर हो रहे अत्याचार के मामलों को स्पीड ट्रायल चला कर दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की व्यवस्था करनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर चिकित्सक को अविलंब सुरक्षा सुविधा भी उपलब्ध करानी चाहिए।