सियाराम मिश्रा वाराणसी ब्यूरो /नेपाल के PM शेर बहादुर देउबा व CM योगी आदित्यनाथ व नेपाल के डेलीगेट्स के बीच होटल ताज गंगेज में हुई लगभग 45 मिनट तक की बैठक. नेपाल से भारत का रिश्ता सदियों से घरेलू रहा है। मां जानकी और अयोध्या का परस्पर संबन्ध तो बाबा विश्वनाथ व पशुपतिनाथ की समानता एक दूसरे को सदैव जोड़ कर रखी हुई है। नेपाल के पीएम शेर बहादुर देउबा व सीएम योगी आदित्यनाथ व नेपाल के डेलीगेट्स के बीच होटल ताज गंगेज में हुई लगभग 45 मिनट तक की बैठक के दौरान ये बाते सीएम योगी ने कही। दोनों देशों के बीच मधुर संबन्ध बनाए रखने के लिए कई विषय पर चर्चा हुई।रामायण सर्किट व बौद्ध सर्किट को आकार देने पर भी दोनों देशों के बीच देर तक मंथन हुआ। सीएम योगी ने कहा कि दोनों देशों के बीच अब विकास की डोर भी मजबूती के साथ जोड़ने हैं। नेपाल के बहुतायत लोग भारत आते हैं तो यहां के लोग भी नेपाल जाते हैं। इसकी मुख्य वजह धार्मिक प्रगाढ़ता है। अब विकास के नजरिए से भी इसे आकार देना होगा। व्यापार, रोजगार के क्षेत्र में बहुत काम की जरूरत है। दोनों देशों के संबन्ध इससे मजबूत होंगे। आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने से दोनों देशों की बुनियाद मजबूत होगी। भारत सदैव नेपाल को अपना मानता है। आगे भी यही संबन्ध रहेगा। नेपाल के लोग भारत से सदैव जुड़ कर रहना चाहते हैं। होटल में सीएम ने पीएम का स्वागत किया। इसके बाद एक साथ बैठकर लंच किया।नवरात्र के कारण लंच में फलाहार की भी व्यवस्था रही। नेपाल के पीएम बैठक के बाद होटल ताज गंगेज के नदेसर पैलेस गए। इसके बाद यहां से लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट, बाबतपुर के लिए प्रस्थान किए। इससे पूर्व पीएम नेपाल सुबह लगभग दस बजे एयरपोर्ट पहुचे। सीएम योगी ने स्वागत किया। सीएम के साथ नेपाल के पीएम सबसे पहले काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में मत्था टेके। इस दौरान रास्ते मे पीएम नेपाल का जगह जगह जोरदार स्वागत हुआ। कोतवाल के दर्शन के बाद नेपाल के पीएम श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। मंदिर में दर्शन पूजन किया व भव्यता का अवलोकन किया। फिर नेपाली मंदिर पहुंचे। पशुपतिनाथ का दर्शन किया। इसके बाद वृद्धा आश्रम के निर्माण के लिए जमीन पूजन किया। इस दौरान नेपाल के डेलीगेट्स, कमिश्नर, डीएम समेत सभी आला अधिकारी मौजूद रहे।