सियाराम मिश्रा, वरिष्ठ संपादक -” कंट्री इनसाइड न्यूज़ “पूर्वांचल कार्यालय ।सोनभद्र-होम्योपैथ ऑर्गेनाइजेशन वाराणसी के द्वारा आयोजित हेनीमैन जयंती के अवसर पर वाराणसी में आयोजित सम्मान समारोह में होम्योपैथ चिकित्सा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में विगत चार दशकों से कार्यरत जय प्रभा होमियो सदन (डॉक्टर जय राम लाल श्रीवास्तव द्वारा स्थापित) के संचालक डॉक्टर कुसमाकर श्रीवास्तव को चिकित्सा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र “दयालु” ने अंगवस्त्रम, स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित मंत्री ने होम्योपैथ चिकित्सा पद्धति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि-” होम्योपैथ लाइलाज मर्ज की दवा है और यह अन्य चिकित्सीय पद्धति से सस्ता और सुलभ है, इसके अंतर्गत गरीब से गरीब व्यक्ति अपना इलाज करा कर अपने रोगो का जड़ से समाप्त कर सकता है।होम्योपैथ चिकित्सा पद्धति के द्वारा कोरोना महामारी में लाभकारी रहा। सरकारी गैर सरकारी होम्योपैथ चिकित्सक विभिन्न ग्रामीण, शहरी, जंगली इलाकों में अपनी चिकित्सीय सेवा दे रहे हैं और लोगों के स्वास्थ्य का रक्षण कर रहे।इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्य, पदाधिकारी, समाजसेवी पत्रकारगण उपस्थित रहे।