प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /टी.पी.एस. कॉलेज पटना ने महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति एवं प्रतियोगी परीक्षाओं में इनकी दक्षता बढ़ाने के लिए आज से आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा की शुरूआत की । वास्तुनिष्ठ प्रश्नों परआधारित यह परीक्षा 25 से 28 अप्रैल तक चलेगी । स्नातक एवं स्नातकोत्तर के सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए यह अनिवार्य है । बिहार में अपनी तरह का यह पहला प्रयोग है । परीक्षा से पूर्व कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा का मकसद आपको प्रतियोगी परीक्षाओं एवं विश्वविद्यालय परीक्षाओं के लिए दक्ष बनाना है । कक्षाओं में आपकी उपस्थिति का गिरता ग्राफ चिंता का विषय है । आप बिना नागा किये कक्षाओं में उपस्थित हों और सभी विषयों में हमारे दक्ष शिक्षकों से लाभ उठायें । उन्होंने छात्र-छात्राओं को चेतावनी देते हुए आगाह किया कि यदि उनकी उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम रही तो उन्हें विश्वविद्यालय परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जायगी । इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक प्रो शशिभूषण चौधरी, प्रो. श्यामल किशोर, प्रो.अबू बकर रिज़वी , प्रो. कृष्णनन्दन प्रसाद ,प्रो रुपम,प्रो अंजलि प्रसाद,प्रो प्रशांत, ने भी छात्र-छात्राओं को लगातार कॉलेज आने, पुस्तकालय का उपयोग करने एवं नई तकनीक के सहारे अपना भविष्य सवाँरने के लिए प्रेरित किया । प्रो. अबू बकर रिज़वी(मिडियाप्रभारी)टी.पी.एस. कॉलेज,पटना ने जानकारी दी.