कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /Er. SK JHA की बिहार के बच्चों और बच्चियों बड़ी घोषणा -जो फीस मैंने बच्चों से लिया, लड़कियों और दिब्यांग बच्चों पर लगा दूंगा. Er. Sk jha ने कहा की मै पिछले 7 वर्षों से बच्चों को पढ़ा रहा हूं. आज के समय में देश के सभी स्टेशनों पर हमारे पढ़ाये 1 बच्चे मौजूद होंगे. मेरा सपना है 1 दिन सभी ट्रेन में मेरी पढ़ाये एक बच्चे ड्राइवर और 1 बच्चे गार्ड हो. इंजीनियर एसके झा ने एक लाख से ज्यादा बच्चों को पढ़ाया है. एसके झा ने कहा कि बिहार में बच्चियों को पढ़ाने के लिए परिजन अभी भी मेंटल रूप से ज्यादा से ज्यादा मात्रा में तैयार नहीं है. मैं बच्चियों और दिव्यांगों को पढ़ाने के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दूंगा. मेरा एक ही सपना है हमारा बिहार फिर एक बार चाणक्य का बिहार बने. इंजीनियर एसके झा गंगा किनारे 15000 से ज्यादा बच्चों को प्रति रविवार पढ़ा रहे हैं.