वरीय एडिटर जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना 07 मई ::भारतीय प्रशासनिक सेवा के मुख्य सचिव स्तर के सेवानिवृत्त अधिकारी और बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष विजय प्रकाश की माता श्रीमती विजया दास का शनिवार को निधन हो गया । वे 86 वर्ष की थी ।श्री प्रकाश के पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि विजया दास ने आज सुबह पटना के नरगदा स्थित आवास पर अंतिम सांस ली । वह अपने पीछे तीन पुत्रों विजय प्रकाश, वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रभात रंजन और भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी मिहिर रंजन को छोड़ गई है। इनके कई पोता- पोती देश-विदेश में उच्च पदों पर पदस्थापित है।बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे भुवनेश्वर लाल दास की धर्मपत्नी विजया दास धार्मिक तथा शैक्षिक गतिविधियों से जुड़ी महिला थी और वे जरूरतमंदों की सेवा में जीवन पर्यन्त लगी रही । मधुबनी जिले के सिमरा में जन्मी विजया दास का हमेशा शिक्षा के प्रति लगाव रहा और पटना के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान स्कूल आफ क्रिएटिव लर्निंग की स्थापना में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । इनकी बड़ी पुत्रवधू डॉक्टर मृदुला प्रकाश राज्य की चर्चित शिक्षाविद हैं और कई राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी है।विजया दास के निधन पर राज्य सरकार के कई मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों, सांसदों, बुद्धिजीवियों तथा समाजसेवियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है और कहा है कि सामाजिक तथा शैक्षणिक क्षेत्र में किए गए इनके कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा।विजया दास का अंतिम संस्कार पटना के दीघा घाट पर रविवार को अपराह्न 3 बजे होगा।