कौशलेन्द्र पाराशर पटना विशेष रिपोर्ट से / बीपीएससी पेपर लीक मामले में एसआईटी ने जांच को तेज कर दिया. कई लोगों से पूछताछ जारी है. एसआईटी ने परीक्षा नियंत्रक से मिली जानकारी के आधार पर जांच तेज कर दिया . एसआईटी ने पेपर लिक को लेकर उन अफसरों से भी पूछताछ की इनके मोबाइल नंबर पर प्रश्न पत्र पहुंचा था. बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार से कई बिंदुओं पर जानकारी इकट्ठा की गई. एसआईटी मुख्य रूप से मोबाइल की कड़ी जोड़ने के अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी छानबीन कर रही है.ईओयू की एफआईआर रिपोर्ट में आईएएस रंजीत कुमार सिंह का नंबर आने के बाद इस EOU ने रंजीत सिंह से बात की.IAS रंजीत कुमार ने कहा कि गलती से यह नंबर आया है. यह बात कह उन्होंने बाकी सवालों को खारिज कर दिया. आईएएस रंजीत कुमार सिंह ने कहा कि जब उनके मोबाइल पर प्रश्न पत्र आया तो उन्होंने बीपीएससी का उसको वापस कर दिया था. बीपीएससी पेपर लीक मामले में अपराधिक अपराध इकाई ने बुधवार को भोजपुर के BDO सहित चार को जेल भेज दिया. आरा का महाराजा कॉलेज भी जांच के दायरे में. आईएएस अधिकारी के मोबाइल पर जब प्रश्न पत्र आया तो उन्होंने बीपीएससी के एक अधिकारी को तुरंत भेज दिया था. जांच के दौरान अभी बात सामने आकर प्रश्न पत्र मिलने के तुरंत बाद अधिकारियों की एक टीम गर्दनीबाग सेंटर पर पहुंच गई और वायरल प्रश्नपत्र का मिलान किया. उसी वक्त साफ हो गया था कि प्रश्नपत्र लीक हो गया है. कुछ निजी सूत्रों का कहना है कि अगर अजीत सर इस वायरल क्वेश्चन को बीपीएससी को नहीं भेजे होते तो इसका भंडाफोड़ नहीं हो पाता. एक जिम्मेदार अफसर होने के नाते उन्होंने तत्काल परीक्षा नियंत्रक को इसको भेजा. सूत्रों का कहना है कि IAS रंजीत सिंह के कारण ही बचा बीपीएससी का मान सम्मान.