प्रियंका की रिपोर्ट -पटना, 21 मई : आई.क्यू.ए.सी, टी.पी.एस. कॉलेज पटना द्वारा आज ‘’ नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति‘’ विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया । समारोह की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने किया । मुख्य वक्ता डॉ. तनुजा, वनस्पति विज्ञान विभाग, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय थीं । डॉ. तनुजा ने विस्तार पूर्वक नई शिक्षा नीति के प्रमुख आयामों को पी.पी.टी. माध्यम से प्रस्तुत किया । उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के प्रावधान को अपना कर हम अपनी शिक्षा के स्तर को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का बना सकते हैं । इसमें एक खुलापन है जो छात्रों को अपने मनमुआफिक विषय चुनने की आजादी देती है । यह कई तरह के बंधनों को तोड़ने और समाज के आखरी पैदान पर खड़े व्यक्ति को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करता है । अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने एक ससामयिक और महत्वपूर्ण विषय पर परिचर्चा का आयोजन करने के लिए IQAC को बधाई दी । इससे पहले आई.क्यू.ए.सी. की कोआर्डिनेटर प्रो. रूपम ने अतिथियों का स्वागत किया और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर परिचर्चा को जरूरी बताते हुए कहाकि समय के साथ इसका फायदा नजर आयेगा । विषय प्रर्वतन करते हुए दर्शनशास्त्र के शिक्षक प्रो. श्यामल किशोर ने कहा कि हमारे यहाँ शिक्षा की परम्परा बहुत पुरानी रही है । हमारे यहाँ प्राचीन काल में तीन-तीन विश्वविद्यालय थे जब पश्चिम में कोई विश्वविद्यालय नहीं था । परिचर्चा का संचालन प्रो. अबू बकर रिज़वी ने किया । धन्यवाद ज्ञापन प्रो. कृष्णनंदन प्रसाद ने किया । इस अवसर पर पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की डीन प्रो. रिमझिम शील, प्रो. एस.ए.नूरी, प्रो. शशिभूषण चौधरी, प्रो. धर्मराज राम, प्रो. प्रशांत कुमार, प्रो. नुपूर, प्रो. उषाकिरण, प्रो. रघुवंश मणी, डॉ. शशि प्रभा दुबे, डॉ. सुशोभन पलाधि, डॉ. दीपिका, डॉ. शिवम, डॉ. विनय भूषण के इलावा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ मौजूद थे । प्रो. अबू बकर रिज़वीमिडिया प्रभारी)टी.पी.एस. कॉलेज,पटना