कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /श्री आर0 सी0 पी0 सिंह जी के अस्तिव पर सवाल उठाने वाले खुद हाशिये पर जाएंगे…बात जब जदयू की होगी तब श्री नीतीश कुमार जी का नाम सामने आएगा, आना स्वाभाविक है…और हो भी क्यों नही, उन्होंने सूबे और पार्टी को एक मजबूत और ईमानदार नेतृत्व जो दिया है।पार्टी की मजबूती के कारकों की बात करेंगे तो श्री नीतीश कुमार जी के साथ उनके लंबे और बड़े राजनैतिक सफर में बिना किसी लालच और स्वप्रचार के हर परिस्थिति छाया की तरह साथ डटे रहने वाले और पार्टी संगठन को वार्ड के स्तर तक पहुंचाने वाले श्री आर0 सी0 पी0 सिंह जी का नाम सामने आता है।नीतीश कुमार जी के सपने के बिहार निर्माण में अहम सहयोग देने वाले श्री आर0 सी0 पी0 सिंह जी ने लगभग तीन दशक से श्री नीतीश कुमार जी के अहम सहयोगी के रूप में जो विस्वास जीता है , वो अनुकरणीय है। बीते दशकों में हर परिस्थिथिति में श्री नीतीश कुमार के साथ खड़े श्री आर0 सी0 पी0 सिंह पर कुछ मतलबपरस्त जो कई बार दल से बाहर गए और कहीं भी उपाय न दिखने पर वापिस आए वे नकारात्मक टिप्पणी करते हैं, जो हास्यास्पद है।
आज कुछ नेता अपने को श्री नीतीश कुमार के अनुयायी और भरोशेमन्द बताते हैं, स्वयं को ही पार्टी की धुरी समझते हैं जिनका आधार झूठ और मतलबपरस्ती पर टिका हो वैसे लोग अगर ईमानदार सहयोगी पर नकारात्मक टिप्पणी करें तो एक कार्यकर्ता का खून खौलना स्वाभाविक है।दुनिया भर के दलों की सैर कर वापिस आए वे नेता एक बात समझ लें, कि श्री नीतीश कुमार जी भोले-भाले जरूर हैं, पर नासमझ नही कि वो आपको न पहचानें… आपने विषम परिस्थितियों में साथ छोड़ने का काम किया फिर भी माफी मिली… कहीं भी उपाय न होने की वजह से वापिस लौटने पर आपको दल एवं सदन में बड़ा पद भी दिया, और आपने संगठन व दल को मजबूत करने बजाए उसे कमजोड़ करने का काम किया, आपने एक ईमानदार व कुशल संगठनकर्ता श्री आर0 सी0 पी0 सिंह जी को लगतार कमजोड़ करने की व्यूहरचना की हैं। अपनी महत्वाकांक्षा को इतना भी न बढ़ाएं, कि समर्पित कार्यकर्ता आपसे दूरी बनाने लगे, सही-गलत की पहचान उन्हें है।श्री आर0 सी0 पी0 सिंह जी पर उंगली उठाने वाले मतलबपरस्त नेताओं को अपने गिरेबाँ में झांकने की जरूरत है वे अब होशियार हो जाए अन्यथा कहीं ऐसा न हो कि ना घर के रहें ना ही घाट के…